लखनऊ एयरपोर्ट पर बेकाबू हालात: उड़ानें रद्द, यात्री और मीडिया से बदसलूकी
(रणभेरी): लखनऊ में चौथे दिन भी इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानें रद्द होने से शनिवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर हालात बेकाबू हो गए। उड़ान रद्द होने से नाराज यात्रियों के बीच आपस में झड़प हो गई। इस दौरान कुछ यात्री एक-दूसरे को जमीन पर गिराकर पीटते नजर आए। हंगामे की कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों से भी सुरक्षाकर्मियों ने अभद्रता की और कैमरा छीनने की कोशिश की गई।
शनिवार को कुल 22 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिनमें एक फ्लाइट एअर इंडिया की भी शामिल है। लगातार उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़कर करीब 1000 से अधिक हो गई। दूर-दूर से आए यात्री बीते चार दिनों से लखनऊ के होटलों में फंसे हुए हैं।
दोपहर बाद यात्रियों का गुस्सा और भड़क उठा। कई यात्रियों को आज 7 तो किसी को 8 दिसंबर की नई टिकटें दी गईं। कुछ यात्री टिकट का पूरा पैसा वापस मांगने लगे, जिसको लेकर उनकी एयरपोर्ट गार्ड्स से बहस भी हुई।
दिल्ली से लखनऊ शादी में शामिल होने आए एक यात्री ने बताया कि इंडिगो प्रशासन ने उनका लगेज अपने पास रखवा लिया है, जो तीन दिन बाद भी नहीं मिला। यात्री ने गुस्से में कहा-“बिना अच्छे कपड़ों के शादी में जाना पड़ रहा है। इंडिगो वाले सामने मिल जाएं तो झापड़ मार दूं।”

बिहार के सीवान से आए रंजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि उन्हें लखनऊ से बेंगलुरु और फिर बेंगलुरु से रियाद जाना था। इंडिगो की फ्लाइट आज उड़नी थी, लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर पता चला कि फ्लाइट कैंसिल हो गई। न कोई एसएमएस आया, न कोई ऑनलाइन सूचना मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट के पैसे भी अभी तक नहीं लौटाए गए, केवल एक कागज पर लिखकर दे दिया गया है। उनका वीजा 8 दिसंबर तक है और अगर समय पर नहीं पहुंचे तो उन्हें ढाई लाख रुपये तक का नुकसान हो सकता है।
वहीं देहरादून जाने वाले डॉ. अभिषेक ने बताया कि ऑनलाइन चेक करने पर फ्लाइट ऑन टाइम दिखा रही थी, लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर फ्लाइट कैंसिल बताई गई। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन जानकारी में अंतर होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, इंडिगो एयरलाइंस परिचालन सामान्य करने का प्रयास कर रही है, लेकिन स्थिति अभी पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आई है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा से पहले अपनी उड़ान की स्थिति ऑनलाइन जांच कर लें, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।











