काशी विद्यापीठ में छात्रों का बवाल: BPED-MPED डिग्री मान्यता की मांग पर सड़क जाम
(रणभेरी): महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में मंगलवार को बीपीएड (BPED) और एमपीएड (MPED) की डिग्री धारक छात्रों ने केंद्रीय विद्यालयों में नौकरी के लिए निर्धारित योग्यता मानकों में अपने कोर्स को मान्यता न दिए जाने के विरोध में जोरदार हंगामा किया। नाराज़ छात्रों ने विश्वविद्यालय मार्ग को जाम कर घंटों तक धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की, जिससे मार्ग पर यातायात भी ठप हो गया।
छात्रों का कहना था कि दो वर्षीय बीपीएड और एमपीएड कोर्स देशभर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में संचालित होते हैं, लेकिन केंद्रीय विद्यालयों की भर्ती प्रक्रिया में इन डिग्रियों को मान्यता नहीं दी जा रही है। छात्रों ने आरोप लगाया कि यह फैसला उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है और उन्हें “जबर्दस्ती बेरोजगार” किया जा रहा है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वे वर्षों की मेहनत के बाद डिग्री हासिल करते हैं, लेकिन योग्यता सूची में मान्यता न मिलने से उनका भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है।
लगभग तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया। पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों ने छात्र प्रतिनिधियों से वार्ता की और आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों को लिखित रूप से दिल्ली स्थित शिक्षा मंत्रालय तक भेजा जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि छात्रों के हितों की रक्षा के लिए विश्वविद्यालय पूरी गंभीरता और तत्परता से प्रयास करेगा।
आश्वासन के बाद छात्रों ने धरना खत्म किया, लेकिन चेतावनी दी कि यदि उनकी डिग्रियों को केंद्रीय नौकरियों में जल्द मान्यता नहीं मिली, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।











