स्पा सेंटर पर पुलिस का डंडा, आखिर क्यों पर जाता है ठंडा !

स्पा सेंटर पर पुलिस का डंडा, आखिर क्यों पर जाता है ठंडा !
  • पुलिस के नाक के नीचे स्पा सेंटर की आड़ में चलता है देहव्यापार का गंदा खेल, परमानेंट लगाम लगाने में जिम्मेदार फेल
  • महज छापेमारी तक सीमित रह जाती है पुलिसिया कार्रवाई, संचालक पर सख्त कार्रवाई नहीं होने से हौसले हैं बुलंद
  • छापेमारी के कुछ बाद फिर शुरू हो जाता है स्पा की आड़ में घिनौना खेल, अपनी पीठ थपथपाती रह जाती है स्थानीय पुलिस
  • सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी पहुंचे सुंदरपुर के स्पॉ सेंटर तो खुली पोल, देह व्यापार के 2 अड्डों पर छापेमारी
  • 8 युवतियां और 5 पुरुष गिरफ्तार, संचालन से जुड़ा 1 व्यक्ति भी पकड़ा गया, एसओजी 2.0 को मिली पहली सफलता

वाराणसी (रणभेरी):  शहर के पॉश इलाकों में खुलेआम चल रहे स्पा सेंटरों की आड़ में देह व्यापार का गंदा खेल एक बार फिर बेनकाब हुआ है। सुंदरपुर इलाके में शनिवार को पुलिस और एसओजी 2.0 की संयुक्त टीम ने दो स्पा सेंटरों पर सादे कपड़ों में दबिश देकर देह व्यापार का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई में 8 युवतियां और 5 पुरुषों को हिरासत में लिया गया, जबकि एक संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यह खेल आखिर बार-बार क्यों फलता-फूलता है ?

पुलिसिया कार्रवाई हर बार महज एक ‘कार्यवाही पूरी’ तक ही सीमित रह जाती है। संचालकों के खिलाफ न तो गैंगस्टर की धाराएं लगती हैं, न ही उनके नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोई ठोस कोशिश होती है। ऐसे में ये छापे एक रस्म अदायगी से ज़्यादा कुछ साबित नहीं होते।

सूत्रों के मुताबिक, सुंदरपुर इलाके में लंबे समय से दो स्पा सेंटरों की आड़ में देह व्यापार चलने की शिकायतें मिल रही थीं। पुलिस ने जब सादे कपड़ों में टीम भेजकर मॉक ग्राहक के तौर पर एंट्री कराई तो सबकुछ साफ हो गया। अंदर से कॉल गर्ल्स की पेशकश और रेट तय होने की बातचीत कैमरे में कैद हुई। इसके बाद टीम ने फौरन छापा मारा और सभी को गिरफ्तार कर लिया।

फिर भी क्यों नहीं रुकता गंदा खेल !

शहर में स्पा सेंटर्स की आड़ में चल रहे देह व्यापार पर छापेमारी कोई नई बात नहीं है। लंका, भेलूपुर, महमूरगंज, सिगरा, शिवपुर, मंडुआडीह, और चेतगंज जैसे क्षेत्रों में समय-समय पर ऐसे अनैतिक गतिविधियों का खुलासा होता रहा है। लेकिन दुर्भाग्यवश हर बार कार्रवाई एक रूटीन कवायद बनकर रह जाती है। पुलिस कुछ लड़कियों और मौजूदा ग्राहकों को गिरफ्तार कर प्रेस नोट जारी कर देती है, जिससे लगता है कि कार्रवाई हो गई। लेकिन असली सवाल यह है कि क्या इससे कोई स्थायी समाधान निकलता है ? जवाब है...नहीं। आज तक किसी स्पा सेंटर का लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द नहीं किया गया, न ही किसी संचालक पर संगीन धाराएं लगाकर उसे सलाखों के पीछे भेजा गया। पुलिस की कार्रवाई सतही स्तर पर होती है, जिससे बड़े नेटवर्क, जिनमें दलालों, बिचौलियों, और कथित रसूखदारों की भूमिका होती है, तक कभी पहुंच ही नहीं पाती। नतीजा यह होता है कि कुछ दिन की खामोशी के बाद वही स्पा सेंटर या किसी और नाम से वही धंधा फिर शुरू हो जाता है। यह लचर कार्रवाई प्रणाली और व्यवस्था की निष्क्रियता का नतीजा है, जिसमें न इच्छाशक्ति दिखती है और न ही सख्ती। जब तक पुलिस और प्रशासन केवल खानापूर्ति करते रहेंगे, तब तक यह गंदा खेल यूं ही शहर के बीचोंबीच चलता रहेगा।

एसओजी 2.0 की पहली कार्रवाई, लेकिन अगली क्या ?

इस बार की छापेमारी को सीपी द्वारा गठित की गई नई एसओजी 2.0 टीम की पहली बड़ी और उल्लेखनीय कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिस तरह से गुप्त सूचना पर दबिश दी, उससे यह तो स्पष्ट है कि इस बार कुछ नया करने का प्रयास हुआ है। हालांकि, इसमें स्थानीय पुलिस की भी आंशिक भूमिका रही, लेकिन अब तक के अनुभव यह बताते हैं कि शुरुआती उत्साह के बाद अक्सर ऐसे प्रयास ठंडे बस्ते में चले जाते हैं। प्रश्न यही है कि क्या एसओजी 2.0 टीम इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंच पाएगी, या फिर यह भी सिर्फ दिखावे की कार्रवाई बनकर रह जाएगी? शहरवासियों को उम्मीद तो है कि इस बार कुछ ठोस नतीजे सामने आएंगे, लेकिन पहले जैसी कई कार्रवाइयों को देखते हुए संशय भी बना हुआ है। यदि सच में इस गंदे धंधे पर रोक लगानी है तो टीम को सतत, निष्पक्ष और गहराई से जांच करनी होगी। केवल कुछ लोगों की गिरफ्तारी या प्रेस विज्ञप्ति जारी कर देने से काम नहीं चलेगा। असली असर तब दिखेगा जब नेटवर्क तोड़ा जाएगा और सरगनाओं को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी सवाल

स्पष्ट है कि वर्षों से चल रहे इस गोरखधंधे की भनक स्थानीय पुलिस को न लगी हो, यह मानना आसान नहीं है। जब स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार जैसा संगठित अपराध खुलेआम फल-फूल रहा हो, तो सवाल उठता है कि क्या यह सब स्थानीय थाने की शह पर ही चल रहा था? क्या पुलिस की नाक के नीचे यह कारोबार बिना हिस्सेदारी और सेटिंग के संभव था? सूत्रों की मानें तो महीने की बंदरबांट, सेटिंग और नजराना ही इस अवैध धंधे को फलने-फूलने दे रहे थे। अब जब एसओजी की कार्रवाई में सब उजागर हो चुका है, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी या लीपापोती? यही असली परीक्षा होगी।

अखीर कब ठंडा नहीं पड़ेगा पुलिस का डंडा ?

स्पा की आड़ में देह व्यापार का धंधा पुलिस के छापों से कुछ घंटों या दिनों के लिए जरूर थम जाता है, लेकिन यह अस्थायी रोक किसी समाधान की गारंटी नहीं है। जब तक इन काले धंधों के संचालकों पर गैंगस्टर एक्ट, पीटा एक्ट और मानव तस्करी जैसे कड़े कानूनों के तहत मुकदमे दर्ज नहीं होंगे, तब तक यह गंदा खेल हमेशा नए चेहरे और नए ठिकानों के साथ लौटता रहेगा। महज छापेमारी से अब बात नहीं बनने वाली। जरूरत है ठोस इरादों, ईमानदार कार्रवाई और परमानेंट एक्शन की। पुलिस अगर वाकई इस गंदगी को खत्म करना चाहती है, तो उसे सिर्फ कागजों में नहीं, जमीन पर सख्ती दिखानी होगी। नहीं तो हर छापे के बाद पुलिस अपनी पीठ थपथपाती रहेगी और शहर में देह व्यापार का धंधा और भी ज्यादा बेखौफ होता जाएगा।

स्पा सेंटर में छापेमारी सेक्स रैकेट का किया भंडाफोड़

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल द्वारा गठित एसओजी 2.0 को पहली सफलता मिली है। पुलिसकर्मी जब कस्टमर बनकर गए तो स्पॉ के आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने ताबड़तोड़ देह व्यापार के दो अड्डों पर छापेमारी की है। इस बार न तो स्पॉ सेंटर संचालकों के मुखबिर काम आए और न ही सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे। गुप्त सूचना के आधार पर डीसीपी क्राइम ने 15-20 पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर क्षेत्र में भेजा। जिसके बाद सादे वर्दी में पुलिसकर्मी कस्टमर बनकर स्पा सेंटर में पहले से मौजूद थे। सादे कपड़ों में टीम ने जैसे श्री राम कॉप्लेक्स के तीसरे तल्ले और पिज्जा पाई बिल्डिंग के ऊपर छापेमारी की दोनों ठिकानों से पुलिस को यूज और बिना इस्तेमाल किए कंडोम बरामद हुए। पुलिस ने दोनों स्थान से 8 लड़कियां, और 5 पुरुष ग्राहक को हिरासत में ले लिया है। स्पा संचालन से जुड़ा 1 व्यक्ति भी मौके से पकड़ा गया है। पुलिस ने सभी को चितईपुर थाने लेकर गई है। दोनों स्पा संचालन से जुड़े 4 लोगो के खिलाफ मुकदमा लिखा जा रहा है। 

फ्रिज होगा अकाउंट, जब्त होगी संपत्ति

डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने भदैनी मिरर को बताया कि एसओजी द्वितीय को यह पहली सफलता मिली है। सटीक सूचना पर सर्जिकल स्ट्राइक की तरह पुलिस के जवान धावा बोलकर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किए है। दोनों स्पॉ सेंटर के अकाउंट खंगालकर फ्रिज करवाया जाएगा। अनैतिक कार्य से कमाई गई संपत्ति को जब्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों स्पॉ सेंटर के संचालकों का अपराधिक इतिहास भी