दालमंडी में फिर चला बुलडोज़र, दो मकान–दुकान ढहे; विरोध के बीच प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी की दालमंडी में सोमवार को एक बार फिर बुलडोज़र की आवाज गूंजी। नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और माइक से अनाउंस कर दुकानदारों को तत्काल दुकानें खाली करने का निर्देश दिया। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस व प्रशासनिक अफसर मौजूद रहे। दो मकानों की छत, खिड़कियां और दीवारें तोड़ी गईं।
कार्रवाई शुरू होते ही कारोबारियों की भीड़ जुट गई। नई सड़क के व्यापारी भी मौके पर पहुंचे, हालांकि विरोध के कुछ स्वर उठे पर कोई भी पुलिस के सामने खुलकर नहीं बोला। अधिकांश लोगों ने अपना सामान पहले से ही बाहर कर लिया था, इसलिए इस बार विरोध पहले जितना मुखर नहीं दिखा।

सांसद के आश्वासन के बाद भी कार्रवाई जारी
11 नवंबर को प्रदर्शन के अगले दिन चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने दालमंडी के व्यापारियों से मुलाकात की थी और अधिक मुआवज़ा देने व दुकानें न गिराने की मांग उठाई थी। बावजूद इसके प्रशासन ने निर्धारित योजना के अनुसार ध्वस्तीकरण जारी रखा।
187 मकानों को तोड़ने की सूची, 191 करोड़ का मुआवज़ा
नगर निगम दालमंडी क्षेत्र में कुल 187 मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहा है। इन मकान मालिकों को लगभग 191 करोड़ रुपए मुआवज़ा दिया जाना है। इनमें से 14 दुकानदारों ने मुआवज़ा प्राप्त कर लिखित में ध्वस्तीकरण की अनुमति दी है। इन्हीं परिसरों को प्राथमिकता के आधार पर गिराया जा रहा है। अब तक केवल दो मकान ढहाए गए थे, जबकि सोमवार को यह संख्या बढ़ी।
इतिहास बोझिल, वर्तमान चुनौतीपूर्ण
दालमंडी का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है। अंग्रेज इसे ‘डॉलमंडी’ कहते थे। अभिनेत्री नरगिस की मां व अभिनेता संजय दत्त की नानी जद्दनबाई का यहां से गहरा संबंध रहा है। बनारस घराने के प्रसिद्ध तबलावादक लच्छू महाराज भी इसी इलाके से जुड़े रहे। अधिवक्ताओं का आरोप है कि 31 मार्च को चौड़ीकरण के आदेश के समय व्यापारियों या स्थानीय लोगों से कोई संवाद नहीं किया गया।
मॉडल रोड बनाएगी दालमंडी की तस्वीर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल अगस्त में दालमंडी मॉडल रोड परियोजना का शिलान्यास किया था। राज्य सरकार ने इसके लिए 215.88 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर से मात्र 100 मीटर दूर स्थित इस मार्ग को शहर की सबसे आकर्षक सड़क के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। लेआउट के अनुसार सड़क के दोनों किनारों पर 3.2 मीटर चौड़ा फुटपाथ और हरियाली की व्यवस्था होगी।











