काशी की हवा में बह रहा प्रदूषण, एक्यूआई गया 297, विशेषज्ञ बोले- बच्चे और बुजुर्ग को सतर्क रहने की आवश्यकता
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में सोमवार की सुबह लोगों ने प्रदूषण की चादर ओढ़े हुए शहर को देखा। सुबह-सुबह जैसे ही लोग घरों से निकले, उन्हें हवा में फैली धुंध ने साफ संकेत दे दिया कि यहां की हवा बेहद खराब हो चुकी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 297 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। इस स्तर की हवा खासकर बुजुर्गों, बच्चों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है।शहर के प्रमुख मॉनिटरिंग स्टेशनों पर भी हवा की गुणवत्ता बिगड़ती दिखाई दी। भेलूपुर का एक्यूआई 285 दर्ज हुआ जो सीमा से काफी ऊपर है।
अर्दली बाज़ार में 265 और मलदहिया में 278 का एक्यूआई रहा। बीएचयू जैसे हरे-भरे क्षेत्र में भी हवा ने राहत नहीं दी और वहां सूचकांक 269 पाया गया। इसी तरह निराला नगर में एक्यूआई 283 रहा। इन सभी आंकड़ों से स्पष्ट है कि पूरा शहर प्रदूषण की मार झेल रहा है और वायु गुणवत्ता में गिरावट हर इलाक़े में समान रूप से महसूस की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि वायु प्रदूषण बढ़ने के पीछे कई वजहें हैं। शहर में बढ़ता ट्रैफिक, निर्माण कार्यों से उठने वाली धूल, ठंड के मौसम की शुरुआत में हवा का भारीपन, और औद्योगिक गतिविधियों से निकलने वाला धुआं। मौसम विभाग के अनुसार हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में ऊपर नहीं उठ पा रहे, जिससे ये शहर की हवा में ही जमा होते जा रहे हैं।











