काशी द्वार योजना को लेकर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी
वाराणसी(रणभेरी)। पिंडरा तहसील पर काशी द्वार योजनाओं के विरोध में किसान क्रमिक अनशन धरना दे रहे हैं। यहां धरने के 15वें दिन भी किसान डटे रहे। यहां किसानों ने सरकार जिला प्रशासन द्वारा कोई निर्णय न लेने से आक्रोशित किसानों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है। तहसील गेट पर धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि किसान 17 फरवरी को धरने पर बैठे थे, लेकिन पीएम मोदी के करखियांव आगमन को देखते हुए प्रशासन ने आश्वासन देकर धरना स्थगित कराया था, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर फिर 26 फरवरी से धरने पर बैठ गए, लेकिन अब भी प्रशासन सुध नही ले रहा है। किसानों ने कहा कि इस योजना से रघुनाथपुर, बहुतरा, पिंडरा, चकिन्दर, जददुपुर, कैथौली, बेलवां समेत अनेक गांवों के किसान उपजाऊ भूमि पर अवासीय योजना के विरोध में है। किसानों ने निर्णय लिया कि यदि सरकार किसानों की कोई सुधि नहीं लेती तो किसान धरना प्रदर्शन तेज करने के साथ आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने का निर्णय लेने के लिए बाध्य होंगे। किसानों ने कहा कि काशी द्वारा योजनाएं यदि रद्द नहीं की गई तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। किसान संतोष पटेल ने बताया कि वह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां सत्ता में बैठे शासन और प्रशासन से किसानों की बातों को अनसुना कर रहे हैं, जो यह गलत है। अब हम लोग भी आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। किसान मजदूर न्याय मोर्चा के अध्यक्ष फतेह नारायण सिंह ने बताया कि यदि किसानों की बात शासन प्रशासन अनसुना कर रही है, तो हम सब किसान भी अब लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। धरना प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा जब तक की काशी द्वार योजनाओं को रद्द न किया जाएगा। हम सब किसानों के साथ सत्ता में बैठी सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। इस दौरान गिरधारी लाल, रविशंकर,भरत भुआल, दूधनाथ ,राजनाथ पटेल संतोष पटेल, फतेहनारायण पटेल , जितेंद्र पटेल, राधेश्याम पाल, अशोक कुमार सिंह, अमृत लाल, आशीष पटेल, व चौधरी पटेल समेत अनेक किसान रहे।