महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
- काशी विद्यापीठ के जिम और प्ले ग्राउंड की हालत बद से बदतर
- राज्यपाल के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद नहीं सुधरी बुनियादी सुविधाएँ, छात्रों ने बुलंद की आवाज
वाराणसी (रणभेरी): महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शारीरिक शिक्षा विभाग की बदहाल स्थिति को लेकर छात्रों का आक्रोश सोमवार को खुलकर सामने आया। विश्वविद्यालय का जिम और प्ले ग्राउंड कई महीनों से जर्जर हालत में पड़े हैं। जिम के उपकरण टूटे हुए हैं, परिसर में गंदगी फैली है, विद्युत लाइनें बाहर लटकी हैं और खेल मैदान की घास पूरी तरह उखड़ चुकी है। यह स्थिति छात्रों की सुरक्षा और खेल-कूद गतिविधियों दोनों के लिए गंभीर खतरा बन गई है।
गौरतलब है कि पिछले महीने आयोजित दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल महोदया ने विश्वविद्यालय प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि कैंपस की बुनियादी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। लेकिन उनके आदेशों के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
छात्रों के अनुसार, समस्याएँ जस की तस हैं और सुधार केवल कागजों तक सीमित है। आज 17 नवंबर 2025 को छात्रों ने एकजुट होकर इन कमियों को उजागर करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। इस अभियान में शिवम् यादव ‘भक्ति’, विवेक कनौजिया, विनोद यादव, अंकित अग्रहरि, आशीफ, जन्नत अख्तर, अभिषेक, विशाल, आशुतोष मौर्य, नितीश कुमार सहित कई विद्यार्थी शामिल हुए। छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। छात्रों की प्रमुख मांग है कि जिम का पुनर्निर्माण, टूटे उपकरणों की मरम्मत, प्ले ग्राउंड की सफाई तथा खेल संसाधनों की उपलब्धता तुरंत सुनिश्चित की जाए ताकि छात्र सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में अपनी गतिविधियाँ जारी रख सकें।











