काशी से देश का पहला हाइड्रोजन जलयान रवाना, केंद्रीय मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
वाराणसी (रणभेरी): देश को प्रदूषणमुक्त बनाने और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज वाराणसी के नमो घाट से देश के पहले हाइड्रोजन जलयान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनेवाल मुख्य अतिथि रहे। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री दयाशंकर सिंह, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयाल’ समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने हाइड्रोजन जलयान का विधिवत उद्घाटन करते हुए कहा कि यह कदम स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने और देश में प्रदूषणमुक्त परिवहन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि देश का पहला हाइड्रोजन जलयान काशी से अपनी यात्रा प्रारंभ कर रहा है।"
जानकारी के अनुसार, हाइड्रोजन जलयान में एक बार ईंधन भरने पर लगभग 50 यात्रियों को लेकर यह गंगा नदी में 8 घंटे तक निर्बाध रूप से संचालित हो सकता है। पूर्णतः वातानुकूलित और शोररहित यह जलयान यात्रियों को आरामदायक और शांतिपूर्ण यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।
डीजल और पेट्रोल आधारित वाहनों से उत्पन्न प्रदूषण के बीच हाइड्रोजन आधारित जल परिवहन को भविष्य का बड़ा विकल्प माना जा रहा है। अभी तक इस तकनीक का इस्तेमाल केवल कुछ ही देशों में होता था, लेकिन अब भारत ने भी हाइड्रोजन फ्यूल आधारित तकनीक को अपनाकर इसे अपने जल परिवहन क्षेत्र में लागू किया है। वाराणसी ने इस पहल के साथ ही स्वच्छ ऊर्जा आधारित जल परिवहन के नए युग की शुरुआत कर दी है, जो पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगी।











