करणी सेना के विरोध में राजभर समाज का हल्लाबोल

करणी सेना के विरोध में राजभर समाज का हल्लाबोल

वाराणसी (रणभेरी सं.)। चौबेपुर थाना क्षेत्र के छितौना में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट ने अब जातिगत रंग ले लिया है। बुधवार को कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के समर्थन में दर्जनों ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और करणी सेना के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों का कहना था करणी सेना के दबाव में राजभर समाज के 6 लोगों के खिलाफ चौबेपुर थाने में केस दर्ज किया गया। राजभर एकता महासमिति ने करणी सेना पर चौबेपुर थाने में घुसकर प्रदर्शन करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज कराने की मांग की है।

बता दें कि, चौबेपुर थाना क्षेत्र के छितौना गांव निवासी संजय सिंह के खेत में बीते 05 जुलाई को गाय घुस गई। गाय गांव के ही राजभर बिरादरी के लोगों के खेत में घुस गई। उन लोगों ने भी गाय का भगाया तो वह संजय सिंह के खेत में दोबारा घुस गई। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई। एक पक्ष ने अनुराग सिंह, संजय सिंह पर तलवार से हमला बोल दिया। दोनों पक्ष के लोग आमने सामने आ गए और एक दूसरे पर लाठी डंडा बरसाया। इतना ही नहीं दबंगों ने पुलिस के सामने ही पुलिस जीप से खींचकर संजय और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को पीटा। पुलिस घायलों को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, दबंगों ने वहां भी संजय पर हमला कर दिया। दोनों पक्ष से घायल हुए लोगों को ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। रोजगार एवं श्रम मंत्री अनिल राजभर घायलों से मिलने पहुंचे ट्रामा सेंटर। इस मामले में राजभर बिरादरी के लोगों की तरफ से आई तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया जबकि दूसरे पक्ष की तरफ से आई तहरीर पर कोई सुनवाई नहीं हुई। यहीं से मामला बिगड़ गया।

समर्थन में उतरी करणी सेना

अनुराग सिंह, संजय सिंह और उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर हुए जानलेवा हमले, पुलिस जीप से उतारकर पिटाई किए जाने की जानकारी होते ही करणी सेना के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह समर्थकों के साथ घायल संजय सिंह से मुलाकात की और वहां से थाने पहुंचे केस दर्ज कराने। करणी सेना के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह ने आरोप लगाया कि मंत्री के दबाव के चलते पुलिस संजय सिंह पर हमला करने वालों के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रही। विरोधी गुट की नजर संजय सिंह के खेत की जमीन पर है। जमीन हथियाने के लिए सारा खेल रचा गया है। करणी सेना के लोग सोमवार देर शाम तक थाने में  केस दर्ज कराने के लिए डटे रहे।

प्रदर्शन के बाद पुलिस ने किये 06 नामजद

उत्तर प्रदेश के रोजगार एवं श्रम मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ तीन घंटे से अधिक समय तक चौबेपुर थाने नारेबाजी-प्रदर्शन के चलते पुलिस ने 06 नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। केस दर्ज नहीं होने के कारण करणी सेना, क्षत्रिय महासभा के साथ भाजपा संगठन से जुड़े कुछ नेताओं ने भी मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। मामले को तूल पकड़ता देख मंगलवार सुबह पुलिस ने हमले में घायल संजय सिंह के भाई दिग्पाल सिंह की तहरीर पर भोला राजभर, रामगुलम राजभर, सुरेन्द्र राजभर, राजेंद्र राजभर, रामाश्रय, महेंद्र राजभर और एक अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। दिग्पाल का आरोप है कि जमीन हड़पने के लिए पूरे खानदान की हत्या की साजिश रची जा रही थी।

राकेश अलगू भी समर्थन में आए

जिला सहकारी फेडरेशन के सभापति और भाजपा वाराणसी के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश सिंह अलगू भी मारपीट में घायल संजय सिंह और उनके परिजनों के समर्थन में उतरे।
 सोमवार को समर्थकों के साथ पुलिस आॅफिस पहुंचे और संजय सिंह पर हुए हमले की उच्चाधिकारी से जांच कर कार्रवाई की मांग की। सभापति ने इशारे में कहा कि कुछ लोग पर्दे के पीछे से खेल रहे हैं। सरकार की छवि से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। जांच में जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई हो। पुलिस प्रशासन अभी एक पक्षीय कार्रवाई कर रहा जो ठीक नहीं है।