MHA Awards 2022: यूपी के 10 पुलिस कर्मियों को मिलेगा MHA अवॉर्ड,केंद्रीय गृह मंत्री का 'मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन'
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी सहित पुरे प्रदेश से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बेहतरीन जांच के लिए 10 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री का 'मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन-2022' प्रदान किया जाएगा। इनमें उत्तर प्रदेश के दो डिप्टी एसपी, 5 इंस्पेक्टर, एक एसएचओ और दो सब इंस्पेक्टर शामिल हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर इस बार देश भर के 151 पुलिस कर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री का 'मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन' दिया जाएगा। यह मेडल किसी भी अपराध की जांच में उच्च मानकों को स्थापित करके पेशेवर रवैये को बढ़ाने, ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठा और अपने काम में असाधारण साहस का परिचय देने वाले पुलिस कर्मियों को दिया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। इस पदक का उद्देश्य पुलिसर्मियों को प्रोत्साहित करना है। वर्ष 2018 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए 5 पुलिस पदक शुरू किए थे।
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले पिछले साल नीट सॉल्वर गिरोह का पर्दाफाश और गैंग के मास्टरमाइंड पीके सहित 15 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।मुकदमे का सफलतापूर्वक विवेचना करने वाले विवेचक नाटी इमली चौकी प्रभारी सूरज तिवारी को केंद्रीय गृह मंत्री का एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन मेडल मिला है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के निर्देशन में एसआई सूरज तिवारी ने विवेचना संपादित की थी।क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय की सतर्कता से अंतरराज्यीय सॉल्वर गिरोह के मास्टरमाइंड नीलेश ऊर्फ पीके सहित दर्जनों अपराधियों को विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार किया गया था। अभी भी गैंगस्टर अधिनियम में मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपी अब भी जेल में बंद हैं। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के अनुसार 15 अगस्त के अवसर पर हुए घोषणा कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस के लिए यह गौरव का विषय है।वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी कामयाबी है।
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के सब इंस्पेक्टर सूरज तिवारी को केंद्रीय गृह मंत्री का 'मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन' प्रदान किया जाएगा। पिछले वर्ष NEET सॉल्वर गैंग की जांच सफलतापूर्वक करने के कारण उन्हें यह मेडल दिया जा रहा है। इस संबंध में बीते साल जुलाई महीने में सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के दिशा-निर्देशन में सब इंस्पेक्टर सूरज तिवारी ने जांच की थी। अंतरराज्यीय सॉल्वर गिरोह के सरगना नीलेश ऊर्फ पीके सहित दर्जनों अपराधियों को जेल भेजा गया था। इस जांच में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय ने का भी महत्वपूर्ण योगदान था।