वाराणसी कोर्ट के बाहर सिपाही ने पत्नी को पीटा, पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के कचहरी पुलिस चौकी में एक विवाहिता दौड़ते हुए आई और अंदर घुस गई। महिला के चीखने और बिलखता देखकर चौकी में हड़कंप मच गया। विवाहिता ने अपने सिपाही पति के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। विवाहिता की तहरीर पर सिपाही के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि उनका पति अनूप कुमार सिंह सिपाही है। अनूप मूल रूप से बलिया के गड़वार थाने के शाहपुर गांव का निवासी और वाराणसी में खजुरी कॉलोनी, रिजर्व पुलिस लाइंस में रहता है।
उनका उनके पति से वैवाहिक विवाद अदालत में विचाराधीन है। सुनवाई के बाद वह कचहरी के गेट नंबर-1 से बाहर निकल रही थी। उसी दौरान उनका पति अनूप पीछे से आया। अनूप ने उनके साथ मारपीट की और उनका गला दबाकर जान लेने की कोशिश की। आसपास जुटे लोगों ने छुड़ाया तो महिला बदहवास हालत में पुलिस चौकी पहुंची। महिला के चीखने और बिलखता देखकर चौकी में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस कर्मियों ने आरोपी सिपाही अनूप कुमार सिंह को कोर्ट गेट नंबर 1 से दबोच लिया और उसे लेकर चौकी पर आए। मामले की जानकारी थाना कैंट और एसीपी कैंट को दी गई।
पीड़ित पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने जानलेवा हमला समेत मारपीट की अन्य धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी सिपाही अनूप कुमार सिंह को जेल भेज दिया, वहीं पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। वहीं कोर्ट से जारी NBW वारंट का तामीला भी जेल में कराया जाएगा।
इसके बाद परिवार कोर्ट में मामला पहुंचने से पहले ससुरालीजनों ने परेशान करना शुरू किया तो पीड़िता ने बलिया में जाकर पति और सास-ससुर समेत छह के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया। इसके बाद कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई।
उनकी पत्नी नेहा ने कोर्ट में आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही सिपाही अनूप उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। मामले में नेहा सिंह ने 24 अगस्त 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद 29 अक्टूबर 2024 को पुलिस मुख्यालय से संज्ञान लिया गया। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने पर 21 नवंबर 2024, 17 दिसंबर 2024 और 3 जनवरी 2025 को अनुस्मारक पत्र भेजे गए।
नेहा सिंह ने पुलिस महानिदेशक, लखनऊ को पत्र भेजकर आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और कार्रवाई की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को जांच के निर्देश दिए हैं। उधर, बलिया कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी करते हुए आरोपी को कोर्ट में पेश करने की बात कही। वाराणसी पुलिस को भी वारंट तामीला का निर्देश दिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस के आरक्षी अनूप कुमार सिंह पहले वाराणसी यातायात पुलिस में तैनात था लेकिन 2023 में उसका तबादला जालौन कर दिया गया। तबादले के बाद से लगातार गैरहाजिर हो गया और जालौन में आमद नहीं कराई। उधर, जालौन के रिमांइडर का कोई जवाब भी नहीं दिया।
अनूप कुमार सिंह की नियुक्ति जनपद जालौन में हुई थी, लेकिन उन्होंने वहां अपनी आमद दर्ज नहीं कराई है। उसके परिजन सरकारी आवास खजुरी में ही रहते हैं, जिसे ट्रांसफर के बावजूद खाली नहीं किया है।
मामले में पुलिस अधीक्षक जालौन की ओर से फाइल खोलकर जांच बैठा दी। इसमें सामने आया कि अनूप कुमार सिंह वाराणसी के मृतक आश्रित कोटे से भर्ती हुए थे और वर्तमान में वाराणसी में ही रह रहे हैं। हालांकि उन पर विधिक और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।