BHU के आयुर्वेद फैकल्टी में रात दो बजे लड़की के चीखने का वीडियो वायरल, कैंपस में मची गहमा-गहमी

BHU के आयुर्वेद फैकल्टी में रात दो बजे लड़की के चीखने का वीडियो वायरल, कैंपस में मची गहमा-गहमी

वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय में एक लड़की के चीखने-चिल्लाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ छात्र विभाग के गेट के बाहर खड़े हैं। वे रिकॉर्डिंग में यह आवाज आ रही है कि यह किसी आदमी नहीं, बल्कि लड़की की आवाज है। हालांकि, वीडियो केवल 7 सेकेंड का ही है। मगर, कुछ छात्र आवाज आने वाले स्थान पर जाने का प्रयास भी करते देखे गए।BHU कैंपस में  वीडियो लेकर काफी गहमा-गहमी मची हुई है और तरह-तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं। 

यह  घटना 3 नवंबर की आधी रात दो बजे के आसपास की बताई जा रही है। घटना, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के ठीक सामने का है। वही BHU स्थित काॅमर्स फैकल्टी के एक छात्र शाश्वत चतुर्वेदी ने आंखो देखा पूरा हाल सुनाया है। कहा, ''हम तीन दोस्त थे। फ्री थे टहलने के लिए निकले थे। जब DSW चौराहे पर पहुंचे तो एक लड़की के रोने की आवाज आ रही थी। हमे लगा कोई जानवर होगा। तब हमने देखा कि अंदर से कोई हाथ और ट्यूबलाइट दिखा रहा है। पहले हम लोग डर कर बैकफुट हो गए। फिर लड़की के जोर-जोर से रोने की आवाज आ रही थी। हमने अंदर घुसने का प्रयास किया। तब तक वहां पर कुछ सुरक्षागार्ड आ गए। जब हमने गार्ड से कहा कि आप लोग रोकिए, वहां क्या हो रहा है। गार्ड ने कहा कि तुमसे क्या मतलब, जो भी हो रहा वहां होने दो। तुम लोग भागो यहां से। हम लोग माने नहीं तो गार्ड डंडे दिखाने लगा। इतना कहते हुए वह दौड़कर पीछे रसेश्वर मंदिर के पीछे भागा और राउंड लेते हुए बिल्डिंग्स की लाइट्स बुझा दी। इसके बाद किसी बड़े गेट के बंद होने की आवाज आई। फिर लड़की की रोने की आवाज बंद हो गई और गार्ड ने सामने आकर चैनल गेट बंद कर दिया। हमने प्रॉक्टोरियल बोर्ड को सूचित किया और वहीं खड़े होकर उनके आने का इंतजार भी किया। बाद में मुआयना करने पर छोटे हाथों के पंजे का निशान, रस्सी, गुटके के पैकेट, घांस में चलते हुए पैर के चिन्ह आदि भी देखे गए। सिक्योरिटी गार्ड के साथ कोई बाहरी लड़का भी था। वह नशेड़ी लग रहा था और बार-बार बीच-बचाव करने का प्रयास कर रहा था। वहीं सिक्योरिटी गार्डों ने कहा कि अंदर क्या हो रहा है यह मेरी जिम्मेदारी नहीं है। छात्र ने कहा कि जिस जगह पर लोग दिन में नहीं जाते, वहां रात में क्या हो रहा था। इसकी न तो जांच की जा रही है और न ही कोई कार्रवाई।''