वाराणसी: दालमंडी में प्रशासनिक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आज फिर शुरू, व्यापारियों में तनाव
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी की दालमंडी में आज दोपहर बाद प्रशासन द्वारा पुनः ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने कार्रवाई से पहले सभी दुकानों की बिजली काट दी है। यहां 187 मकान मालिकों को कुल मिलाकर लगभग 191 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। सोमवार से दुकानों को पूरी तरह से ढहाने का काम शुरू होगा।
इस बीच चंदौली से समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने दालमंडी के व्यापारियों से मिलने का प्रयास किया। उनके घर से निकलते ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद सांसद अपने करीब 100 समर्थकों के साथ टैगोर कॉलोनी में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि वे दालमंडी पहुंचकर व्यापारियों की समस्याओं को सामने लाएंगे। वहीं, पूर्व मंत्री मनोज राय ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह प्रशासन रोजगार नहीं, बल्कि कारोबार छीन रहा है।
धरने के दौरान एडीएम सिटी आलोक वर्मा, DCP वरुण जोन प्रमोद कुमार, ACP कैंट नितिन तनेजा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी现场 पहुंचे। लगभग दो घंटे तक चली बातचीत और आश्वासन के बाद सांसद वीरेंद्र सिंह ने धरना समाप्त किया।
प्रशासन की कार्रवाई का पहला चरण रविवार शाम को देखा गया। जिला प्रशासन ने एक दुकान की ऊपर बनी दो मंजिलें गिरा दीं। इस काम में आठ मजदूरों ने शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक लगभग चार घंटे मेहनत की। आज बची हुई दुकान के हिस्से को भी ढहाया जाएगा।
दालमंडी की यह कार्रवाई नगर प्रशासन की ठोस नीति और शहर के व्यापारिक नक्शे को पुनर्गठित करने की कोशिश का हिस्सा मानी जा रही है। वहीं व्यापारियों और राजनीतिक दलों के बीच जारी तनाव ने स्थानीय लोगों में चिंता और चर्चाओं को बढ़ा दिया है।











