चूड़ियों की खनक से बाजार हुआ गुलजार

चूड़ियों की खनक से बाजार हुआ गुलजार

वाराणसी (रणभेरी): हरियाली तीज का त्योहार भागवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं माता पार्वती की पूजा करती हैं और सुखी विवाहित जीवन की कामना करती हैं। हरियाली तीज नाग पंचमी के दो दिन पहले यानी श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आती है। हरियाली तीज सावन के महीने में आती है। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की अराधना करना काफी शुभ माना जाता है। हरियाली तीज पर्व से रक्षा बंधन पर्व की शुरुआत हो जाती है। इस बार यह पर्व 31 जुलाई को मनाया जाएगा। इस पर्व के लेकर बाजारों में जबरदस्त रौनक है। महिलाएं साड़ी, हरी चूड़ियां व शृंगार के सामान की खरीदारी कर रही हैं। खरीदारी करने वालों में महिलाओं की भीड़ ज्यादा दिख रही है। रक्षाबंधन 12 अगस्त को मनाया जाएगा। इसके 12 दिन पूर्व हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। त्यौहारों के इस महीने को लेकर बाजार से अच्छे कारोबार की उम्मीद व्यापारी कर रहे हैं। कपड़े, शृंगार सब्जी- फल सहित विभिन्न  सामानों की जमकर खरीदारी हो रही है। महिलाओं के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है। इसीलिए सबसे अधिक खरीदारी भी महिलाओं द्वारा ही की जाती है। 

कारोबार को धार देते हैं त्यौहार

सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर सुबह से ही खरीदारी के लिए महिलाएं पहुंच रही हैं। दुकानदारों ने भी इसके लिए विशेष तैयारियां कर रखी हैं। इस पर्व पर झूला झूलने की परंपरा रही है। इसका निर्वहन भी इसी दिन महिलाओं द्वारा किया जाता है। अखंड सौभाग्य के लिए व्रत : हरियाली तीज का व्रत महिलाओं के लिए विशेष मायने रखता है। सुहागिन महिलाएं यह व्रत अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं। व्रत में कॉस्मेटिक के सामान, चूड़ियां, कपड़े आदि की विशेष मांग रहती है जिससे की कारोबार में बेहतर मुनाफा दे जाती है हरियाली तीज। इस पर्व को लेकर बाजार सजे हैं। शनिवार सुबह से ही मॉल, छोटी दुकाने, साथ ही साथ ऑनलाइन व्यापार का क्रेज महिलाओं-युवतियों पर साफ़ देखने को मिल रहा हैं। कपड़े और शृंगार के सामान की जमकर खरीदारी हो रही है। शृंगार के सामान की दुकानों पर भीड़ हरियाली तीज के लिए भले ही अब दिन शेष नहीं मगर इसके लिए तैयारियां एक सप्ताह पहले से शुरू हो गई थी। बाजारों में दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर सामान सजा रखा है। चूड़ी, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, वस्त्रों की दुकानों पर भीड़ लग रही है। वहीं मेहंदी व ब्यूटी पार्लरों की दुकानों पर भी बुकिंग का बोलबाला रहा। मेहंदी लगवाने के लिए पहले से ही महिलाएं पहुंच रही हैं। महिलाओं की पसंद बने कांच के कड़े बाजार में दुकानों पर चूड़ियों की कई डिजाइन मौजूद हैं। इनमें चूड़ियां 30 से 100 रुपये की 24 चूड़ी और कड़े 60 से 200 रुपये तक जोड़ा बिक रहे हैं। चूड़ियों में पायल, पंखुड़ी, बिगबास, डायमंड डिजाइन शामिल हैं। इनमें कांच के कड़े अधिक पसंद किए जा रहे हैं। सौंदर्य प्रसाधन सामग्री में लिपस्टिक, क्रीम, पाउडर सहित अन्य सामान की खरीदारी की जा रही है। 

  • हरियाली का व्रत में है ख़ास महत्त्व 

व्रत रखकर महिलाएं सोलह शृंगार करके भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। हरी चूड़ियां, साड़ी सहित अन्य वस्त्र भी हरे रंग के ही धारण किए जाते हैं। कुंवारी युवतियां मनचाहे वर पाने के लिए यह व्रत रखती हैं। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इसी दिन भगवान शिव व पार्वती का मिलन हुआ था। 

  • फल- सब्जियों व पनीर की बढ़ी डिमांड, मिठाइयों के दाम से बिगड़ी मिठास

हरियाली तीज में फल सब्जियों और मिठाईओं की जबरदस्त डिमांड बढ़ी है। बाजार में मिठाई की ऐसी कोई दुकान नहीं बची है जहां भीड़ न हो। सब्जी-फल के बढ़े दाम लोगों को परेशान करते दिखे वहीं दूकानदार भी महंगाई के चलते ग्राहकों के वापस लौटने की बात स्वीकारते हैं। शनिवार  को शाम तक मिठाई की दुकानों पर भीड़ रही। विशेष कर मिठाइयां जिसमे गुलाब जामुन, छेना, बर्फी, रसमलाई, घेवर सहित पनीर की डिमांड ज्यादा देखने को मिला। वहीं महंगाई का असर भी मिठाई पर साफ़ देखते ही समझ आरहा था। 

शुक्रवार-शनिवार को कपड़ों की दुकानों पर मनपसंद साड़ी पसंद करती नजर आईं। बनारस के दशाश्वमेध, गोदौलिया, दलमंडी, लंका, दुर्गाकुंड, कमच्छा, ककरमत्ता, नई सड़क, हड़हा सराय, सिगरा आदि स्तिथ विभिन्न मॉल, दुकानों में सुबह से लेकर शाम तक खरीदारी के लिए महिलाओं की भीड़ रही। बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंची खरीददार बताती है कि हरियाली तीज को लेकर खासा उत्साह है। इस पर्व का हर साल बेसब्री से इंतजार रहता है। वह बाजार में चूड़ियां, नए कपड़े की खरीदारी करने के लिए पहुंची हैं।