भदैनी हत्याकांड: 16 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
वाराणसी (रणभेरी सं.)। भेलूपुर थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के 16 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। बीते 4-5 नवंबर की रात भदैनी में हुए हत्या मामले में विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश आज भी जारी है। पांच राज्यों में पुलिस की छापेमारी मे अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। वहीं, डीसीपी काशी ने विक्की पर 25 हजार का ईनाम घोषित कर दिया है। 15 दिन में पुलिस की कई टीमें यूपी-बिहार सहित कई राज्यों में तलाश कर चुकी है। भदैनी के रहने वाले एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। पुलिस द्वारा आरोपी माना जा रहा बड़ा भतीजा विशाल गुप्ता उर्फ विक्की तीर्थस्थलों में पूजा-पाठ करते हुए घर आया था। पुलिस को विशाल के केदारनाथ, बद्रीनाथ और जम्मू जाने से संबंधित सबूत मिले हैं। दर्शन-पूजन के बाद विशाल दीपावली से पहले घर आया था। हालांकि वारदात के 16वें दिन यानी गुरुवार को भी पुलिस यह पता नहीं लगा सकी कि विशाल आखिरकार छिपा कहां है। भेलूपुर थाना इलाके के भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उसकी पत्नी नीतू और तीन बच्चों नमनेंद्र, सुबेंद्र और गौरांगी का शव गत पांच नवंबर को उनके घर में मिला था। पांचों की गोली मार कर हत्या की गई थी। वारदात के बाद से ही राजेंद्र के छोटे भाई कृष्णा का बड़ा बेटा विशाल लापता है। वहीं, विशाल का छोटा भाई जुगनू पुलिस की निगरानी में है। विशाल की तलाश में पुलिस टीमें मुंबई, अहमदाबाद, बंगलूरू, दिल्ली और तमिलनाडु तक गईं, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। इस संबंध में डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने कहा था कि विशाल की तलाश पुलिस टीमें सरगर्मी से कर रही हैं। पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।
16 दिन बाद भी खुलासा नहीं: 5 नवंबर को हुई हत्या के 15 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है। पुलिस को दोस्तों से अहम क्लू मिले हैं, लेकिन विक्की तक अभी पुलिस नहीं पहुंच सकी है। तमिलनाडु पहुंचीं पुलिस टीम विक्की के चार दोस्तों और एक गर्लफ्रेंड से पूछताछ कर रही है। सभी विक्की के करीबी हैं और साथ में आॅफिस में काम भी करते थे। विक्की का फोन 23-24 अक्टूबर की रात से ही स्विच आॅफ है, किसी से बात नहीं हुई। कई बार उसका नंबर नया होता था और नए शहर से फोन करता था। यूनिवर्सिटी वेल्लोर तमिलनाडु में उसके साथ बीटेक में पढ़ने वाले दोस्त भी पुलिस की, उसकी विक्की से काफी नजदीकियां थीं। हालांकि, कोई भी उसके बारे में ठोस जानकारी नहीं दे सका है। पुलिस पिछले कुछ दिनों में विक्की की गतिविधियों की भी जानकारी जुटा रही है। उसके किराए के कमरे की भी तलाशी ली गई। टीम ने कुछ संदिग्ध सामान जब्त किया, हालांकि यह कमरा विक्की 20 अक्टूबर को खाली कर गया था।
कई पहलुओं पर पुलिस की जांच: वारदात के बाद अब इनाम घोषित करने से पुलिस की नई तैयारी नजर आ रही है। विशाल उर्फ विक्की को पुलिस यूपी के अलावा 5 राज्यों में ढूंढ रही है। पुलिस को 1 महिला की भी तलाश है, जो राजेंद्र गुप्ता के कत्ल से 1 घंटे पहले उनके कमरे से निकली थी। गुरुवार को सामने आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से साफ हो गया है कि राजेंद्र गुप्ता को मारने के लिए कातिल पहले उनके मीरापुर वाले घर पहुंचे थे। 1 गोली सिर में और 2 गोली सीने में दागी थीं। पुलिस का अब मानना है कि विक्की ने अकेले ही अपने बड़े पापा सहित पांचों लोगों की हत्या की है। पुलिस के अनुसार भदैनी स्थित घर में नीतू, नमनेंद्र, गौरांगी और सुबेंद्र में किसी का भी शव बेड पर नहीं था। पुलिस का कहना है कि विक्की के साथ शूटर होते तो वह कहीं न कहीं कैमरे में जरूर कैद होते। वहीं, सोये हुए राजेंद्र को बिस्तर पर लगी मच्छरदानी के बाहर से गोली मारी गई थी। पुलिस के अनुसार, वारदात में एक असलहा और दो मैगजीन के इस्तेमाल की प्रबल संभावना है।