एसटीएफ और वन विभाग के हत्थे चढ़े तस्कर

 एसटीएफ और वन विभाग के हत्थे चढ़े तस्कर

गोरखपुर। विन विभाग और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से तिनकोनिया रेंज के नंदानगर अंडरपास से बुधवार की रात तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके पास से प्रतिबंधित 676 तोते (रोजरिंग पैराकीट) बरामद किए गए। तीनों तस्करों की पहचान राजघाट थाना क्षेत्र के छोटे काजीपुर निवासी रईस अहमद, रायगंज निवासी मोहम्मद इम्तियाज और बिहार पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र मिस्का टोला निवासी मंसूर आलम के रूप में हुई। इनका एक साथी शमशाद मौके से फरार हो गया। केस दर्ज कर तीनों न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेजा गया। इन तस्करों में रईस अहमद सरगना है जो अपने गिरोह से बहराइच समेत अन्य जगहों से तोतों को पकड़वाता है। इसके बाद उन्हें पिंजरे में रखकर बिहार के पटना ले जाकर बेचते थे। एक जोड़े तोते के बदले उन्हें 600 रुपये मिलते थे। रईस पहले भी कई बार तस्करी में जेल जा चुका है। डीएफओ विकास यादव के पास वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली से सूचना मिली थी कि गोरखपुर वन प्रभाग क्षेत्र से तोतों की तस्करी की जा रही है। तस्कर बिहार से खाली पिंजरे लेकर पहुंचे हैं। इसके बाद प्राइवेट गाड़ी से तोतों को लेकर बिहार जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर उप वनाधिकारी हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में तिनकोनिया रेंजर लव सिंह व एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ल ने टीम के साथ संयुक्त रूप से तिनकोनिया रेंज में घेराबंदी की। नंदानगर अंडर पास के पास भाग रहे एक बोलेरो को पकड़ा। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास दो मोबाइल फोन, एक की पैड, 13 हजार 300 रुपये भी बरामद हुए। उप वनाधिकारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ में तस्करों ने बताया वह सात-आठ वर्षो से सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर व मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित तोतों को पकड़ते थे। रईस के गोरखपुर स्थित घर लाकर तोतों को पिंजरे में पैकिंग करते हैं। इसके बाद प्राइवेट गाड़ी से दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच देते थें।