डोमरी कथा स्थल से पकड़ी गई 15 लुटेरी महिलाएं
पलक झपकते ही उतार लेती थीं गहने, गैंग बनाकर पहुंचीं थी काशी, पूछताछ में पुलिस को करती रही गुमराह
वाराणसी (रणभेरी सं.)। डोमरी स्थित शिव महापुराण कथास्थल में महिला श्रद्धालुओं की चेन और मंगलसूत्र चुराने वाले गिरोह की 15 महिलाओं को गुरुवार को रामनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार महिलाओं के पास से सोने की दो चेन और नौ मंगलसूत्र बरामद किया गया है। डोमरी में शिव महापुराण कथा सुनने आई महिलाओं ने बुधवार को रामनगर थाने की पुलिस से शिकायत की थी। आरोप था कि उनकी चेन और मंगलसूत्र कथास्थल से चोरी हो गया है। महिलाओं की शिकायत की जानकारी पाकर गुरुवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल कथास्थल पहुंचे। उन्होंने रामनगर थानाध्यक्ष को निर्देशित किया कि सीसी कैमरे की फुटेज चेक कर आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार करें। इस संबंध में एसीपी कोतवाली डॉ. ईशान सोनी ने बताया कि रामनगर थानाध्यक्ष राजू सिंह ने अपनी टीम के दरोगा शिवम सोनी, ओमप्रकाश वर्मा, सुजाता चटर्जी व गरिमा गौतम के साथ कथास्थल पर लगे सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपी महिलाओं को चिह्नित कर गिरफ्तार किया।
शातिर इतनी कि पुलिस को गुमराह करतीं रहीं
दरअसल, शिव महापुराण में सुनने के लिए हजारों की संख्या में महिला भक्त सतुआ बाबा के आश्रम में पहुंच रहीं हैं। 200 चोरी की खबर से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने खुद मौके पर पहुंचकर जांच की। रामनगर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। जांच के बाद गुरुवार शाम को 15 महिलाओं को पकड़ा गया। फिर रामनगर थाने लाया गया। ये महिलाएं इतनी शातिर हैं कि पूछताछ में पुलिस को गुमराह करती रहीं। नाम, पता और मोबाइल नंबर तक गलत बताए। पुलिस ने जब महिलाओं के बताए एड्रेस पर वैरीफिकेशन कराया गया तो ज्यादातर का पता फर्जी निकला। एसओ रामनगर ने बताया कि सभी महिलाएं दूसरे जिले की रहने वाली हैं। अभी तक इनका असली नाम और पता वैरीफाई नहीं हो सका है। सभी ने गलत नाम पते बताएं हैं। जिनकी पूरी जानकारी ली जा रही है। इसका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। सभी के खिलाफ रामनगर थाने में केस दर्ज किया गया है।
महिला चोरों से सिर्फ दो चेन और 9 मंगलसूत्र बरामद हो पाए
पुलिस अब तक गिरफ्तार महिला चोरों से महज 2 चेन और 9 मंगलसूत्र बरामद कर सकी। पुलिस को शक है कि महिलाओं के इस गैंग के साथ कुछ पुरुष भी हैं, जो कि चोरी का सामान वहां से हटा देते हैं। पुलिस ने चोरी की 200 घटनाओं में सिर्फ एक एफआईआर दर्ज की है, जिसमें इन सभी 15 महिलाओं को जेल भेजा गया है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये महिलाएं 50 से अधिक कार्यक्रमों में चोरी की वारदातें कर चुकी हैं। ज्यादातर ये भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम को टारगेट करती हैं। महिला होने के चलते कोई इन पर शक भी नहीं करता है। ये सत्संग या कथा सुनने आईं उम्रदराज महिलाओं को शिकार बनाती हैं।
कथा शुरू होने से दो दिन पहले आईं, टेंट-तंबू लगाए
एसीपी ईशांत सोनी ने बताया कि ये 15 महिला चोर अंतरराज्यीय गिरोह की है। ये बड़े-बड़े कार्यक्रम स्थलों पर वारदात को अंजाम देता है और कभी भी नाम-पता सही नहीं बताता। इसका सरगना गोरखपुर के सीमावर्ती इलाके से गैंग को आॅपरेट करता है। आरोपियों ने इस बात को खुद कबूला है। इनसे 10 लाख कीमत का सोना बरामद हुआ है। ये गैंग कथा शुरू होने के दो दिन पहले ही आ गया था। इन लोगों ने अपने टेंट-तंबू लगाए थे और श्रद्धालु बनकर कथा स्थल में सक्रिय थीं। सुबह नहाकर महिलाएं अलग-अलग ब्लॉक में बैठती थी। इन 15 महिलाओं ने कथा के दौरान जगह बदल-बदलकर वारदात को अंजाम दिया। चोरी की वारदात के लिए बुजुर्ग या बीमार भक्त को पहले टारगेट करती। महिलाओं से नजदीकियां बनाकर उनकी चेन, कुंडल आदि ज्वैलरी पार कर देती थीं।
पूर्वांचल और बिहार की है महिलाएं
जौनपुर के रेहारी पतरईयां की ज्योति, शांति, राजकुमारी व हीना, चंदौली के अलीनगर थाना के बड़या की मनीषा व काजल, गाजीपुर के सैदपुर भितरी की अनीता व रीना, जवनीपुर की रीमा व मनीता, महाराजगंज जिले के एकमा की ज्ञानमती व लक्ष्मी, गोरखपुर के जगतपुर की सुनीता, संतकबीरनगर के जगतपुर की सुनीता व अमरहा की अक्कू और बिहार के आरा बिहिया की दुर्गा।