BHU की लॉ फैकल्टी में छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी, परीक्षा देने की मांग पर अड़े छात्र
वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में इन दिनों आंदोलन छिड़ा हुआ है। BHU में छात्रों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले बीएचयू में फीस वृद्धि को लेकर आंदोलन अभी समाप्त ही हुआ था तभी विधि संकाय के छात्र परीक्षा संपन्न कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। बीते लगभग 28 दिनों से फीस वृद्धि को लेकर छात्र संगठनों द्वारा आंदोलन किया जा रहा था, जिसे शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने समाप्त कराया है।वहीं, अब अपनी मांगो को लेकर विधि संकाय के छात्र
धरना दे रहे हैं. छात्र परीक्षा संपन्न कराने की मांग कर रहे हैं। BHU की लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स का धरना लगातार दो दिन से जारी है। आज छात्रों ने फैकल्टी के सामने की सड़क को ब्लॉक कर लोगों की आवाजाही रोक दी है। लॉ फैकल्टी के सामने सड़क पर धरने पर बैठे स्टूडेंट्स ने कहा कि हमारे 100 साथियों की अटेंडेंस शॉर्ट कर दी गई है। वहीं, फैकल्टी के डीन का कहना है कि केवल 10 स्टूडेंट्स की अटेंडेंस शॉर्ट है। उन 10 स्टूडेंट्स के साथ धरने में उनके साथी बैठे हुए हैं। लॉ फैकल्टी के सामने सड़क पर धरने पर बैठे स्टूडेंट्स ने कहा कि जब तक उन्हें एग्जाम में शामिल होने का ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे। स्टूडेंट्स ने कहा कि एक महीने फैकल्टी के अलग-अलग कोर्सेज के कई स्टूडेंट्स की अटेंडेंस कम थी, उनसे सिर्फ अंडरटेकिंग लेकर उन्हें एग्जाम में शामिल होने दिया गया। अब सभी कोर्सेज के लास्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को दुर्भावना के कारण एग्जाम में शामिल होने से रोका जा रहा है।
महीने के कुछ विशेष दिनों में जो क्लास चलीं, उसी दौरान कुछ स्टूडेंट्स की पूरी अटेंडेंस मेंटेन कर दी गई। जो स्टूडेंट्स उन स्पेशल क्लास में नहीं आए थे, उनके पूरे महीने की अटेंडेंस शॉर्ट कर दी गई। फैकल्टी में अटेंडेंस की काउंटिंग का कोई निश्चित पैमाना नहीं है। स्टूडेंट्स ने कहा कि हम मनमानी के खिलाफ धरना दे रहे हैं। हमारी समस्या का समाधान कर दिया जाए तो हम धरना तत्काल खत्म कर देंगे।धरने पर बैठे स्टूडेंट्स ने कहा कि लॉ फैकल्टी में अटेंडेंस की काउंटिंग का कोई निश्चित पैमाना नहीं है। हम सभी मनमानी के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
धरने पर बैठे स्टूडेंट्स की मांग
अटेंडेंस पूरी कर एग्जाम में बैठने का मौका दें। फ्यूचर के साथ खिलवाड़ न हो। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के मानक के अनुसार क्लास में लेक्चर हों।प्रोफेसर के निजी कारणों से निरस्त हुई क्लास का नुकसान हमें न झेलना पड़े।