खुशियों की बरसात में भीगे ईद के दिन और रात

खुशियों की बरसात में भीगे ईद के दिन और रात
  • इबादत को झुके सिर, मुल्क की सलामती की दुआ में उठे हाथ, गले मिलकर दी एक- दूसरे को ईद की बधाई
  • पेश की गई गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल, मस्जिदों से नमाज पढ़ कर निकले मुस्लिमों को हिंदुओं ने पिलाया शर्बत

वाराणसी (रणभेरी): चांद के दीदार के साथ पाक रमजान मुकम्मल हो गया और खुशियों भरी ईद मंगलवार को पूरे एहतेराम के साथ मनाई जा रही है। लघु भारत के रूप में विख्यात काशी में भी मंगलवार को पूरे अकीदत के साथ ईद का पर्व मनाया गया। मुस्लिम भाइयों ने मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की और अल्लाहताला से मुल्क की तरक्की और अमन-चैन की दुआ की। वहीं जैसे ही वो नमाज पढ़ कर मस्जिद और ईदगाह से बाहर निकले हिंदू भाइयों ने गले मिल कर बधाई दी और शीतल पेय पिला कर काशी की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर देश को भाईचारे का संदेश दिया। 

शहर में चारों तरफ दिखा खुशियों का नूरानी रंग

यूं तो पूरा शहर सोमवार की रात चांद के दीदार के साथ ही ईद के जश्न में डूब गया था। आतिशबाजी होने लगी। लोग एक दूसरे से गले मिल कर ईद की बधाई देते नजर आए। मंगलवार की सुबह मुस्लिम भाई नए कपड़ों में सज-धज कर मस्जिदों और ईदगाहों में पहुंचे और नमाज अदा की। नमाज तो मस्जिदों और ईदगाहों के भीतर ही पढ़ी गई पर बाहर मेले जैसा नजारा रहा। नमाज पढ़ कर निकलते ही मुस्लिम हो या हिंदू सभी एक दूसरे के गले लगकर बधाई देते नजर आए। चारों ओर खुशियों का नूरानी रंग अलग ही अंदाज बयां कर रहा था। हर तरफ एक-दूसरे को बधाइयां देते लोग और खुशियां मनाते बच्चों का झुंड दिखा।

नमाजियों को शर्बत पिला कर पेश की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल

इस खुशी के मौके पर हिंदू कहां पीछे रहने वाले, उन्होंने मस्जिद से बाहर निकलने वाले हर नमाजी के लिए शर्बत का इंतजाम कर रखा था। कैंट-सिगरा मार्ग पर मस्जिद के बाहर हर नमाजी को बुला-बुला कर शर्बत पिलाई गई। साथ ही गले मिल कर बधाई दी गई।

यही तो है काशी की गंगा जमुनी तहजीब और इसी का नाम है बनारसियत

बड़ी ईदगाह के समीप स्टॉल लगाकर शर्बत पिला रहे भगत सिंह यूथ फ्रंट के अध्यक्ष हरीश मिश्रा ने बताया कि ये कोई नई बात नहीं है, हम लोग हर साल इसी तरह से नमाजी भाइयों का खैरमकद करते हैं। ईद पर उनसे गले मिल कर बधाई देते हैं और गर्मी के मौसम में शर्बत पिला कर उनकी दुआएं लेते हैं। हरीश ने कहा कि यही तो बनारसियत और काशी की गंगा-जमुनी तहजीब है। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह से नफरत का माहौल बढ़ा है उसमें हमारे प्यार मे घुली मिठास दिलों को एक करेगी और हम सब मिल कर देश की तरक्की के लिए एकजुट होंगे। ऐसा देश जहां अमन-चैन होगा।

जगह जगह तैनात रही पुलिस

वाराणसी में काशी विद्यापीठ ईदगाह, नई सड़क, नदेसर, चौक, लाटसरैया, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, शक्कर तालाब, बादशाह बाग आदि स्थानों पर सुबह सात बजे से नमाज अदा करने का दौर शुरू हो गया। नमाजियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए जगह-जगह पुलिस तैनात रही।