वाराणसी में गो-तस्कर गिरफ्तार: पुलिस के साथ मुठभेड़, पैर मे गोली लगने से घायल

बिल्ला बिहार से किराए पर गाड़ी लेकर करता था पशुओं की तस्करी, पुलिस को कई दिनों से थी तलाश
वाराणसी (रणभेरी): बड़ागांव पुलिस ने मंगलवार तड़के फुलवरिया कुम्भापुर मोड़ पर मुठभेड़ में गौ तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला को दबोच लिया। पुलिस को देखते ही पशु तस्कर ने तमंचे से फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई जो पशु तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला दाईं टांग में गोली लगी।
घायल पशु तस्कर को पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। बिल्ला और जौनपुर, मिर्जापुर और वाराणसी में तस्करी, दहेज प्रताड़ना, एनडीपीएस एक्ट में पांच मुकदमे हैं। पुलिस टीम ने तस्कर के पास से अवैध तमंचा और दो कारतूस बरामद किये हैं।
एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार ने बताया कि बीते 09 जुलाई को बड़ागांव पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिंद्रा पिकअप वाहन पर गौवंश को लादकर तस्कर बिहार ले जा रहे है। इस पर बड़ागांव पुलिस ने बाबतपुर चौराहे पर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान वाहन से आ रहे तस्कर पुलिस टीम को देख कर अनेई की ओर भाग निकले। पुलिस टीम के पीछा करने पर चालक प्राथमिक विद्यालय चकखरावन के पास वाहन छोड़ कर भाग निकला। पुलिस टीम ने वाहन की तलाशी तो उसमें 09 राशि गौवंश बरामद हुए। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पुलिस टीम ने सर्विलांस सेल की तकनीकी सहायता से छानबीन शुरू किया तो इसमें रियाज उर्फ बिल्ला का नाम सामने आया।
सोमवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि फरार पशु तस्कर रियाज फुलवरिया इलाके में एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान पर है। पुलिस ने घेरेबंदी की। पुलिस को देख रियाज ने भागने के चक्कर में फायर झोंक दिया जिसपर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसमें उसकी टांग पर गोली लगी। जौनपुर के बरसठी थाना क्षेत्र के महमदपुर निवासी रियाज ने बताया कि पिछले कई वर्षों से गौ-तस्करी से जुड़ा है और कई बार जेल जा चुका है। वह अलग-अलग स्थानों पर किराए के मकान लेकर लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता है। वह गोविंद सिंह (निवासी दरौली, भभुआ, बिहार) के लिए काम करता है, जो विभिन्न वाहन स्वामियों से झूठ बोलकर वाहन किराए पर लेकर उसे गौ-तस्करी के लिए उपलब्ध कराता है।
पुलिस से बचने के लिए वह छिपा हुआ था और अब गोविंद सिंह के कहने पर असलम (निवासी साधू कुटिया, थाना मिर्जामुराद) के साथ एक और खेप ले जाने के लिए बनारस आया था, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में रियाज ने लालू यादव (कुसमुरा), धर्मेंद्र यादव (खरावन) और अरुण कुमार पटेल (भरतपुर) के नाम बताए जो उसके साथ मिलकर गौ-तस्करी करते हैं।