मथुरा में केमिकल से भरे टैंकर में धमाका, भीषण आग से अफरातफरी

मथुरा में केमिकल से भरे टैंकर में धमाका, भीषण आग से अफरातफरी

(रणभेरी): मथुरा में बुधवार तड़के जयपुर-बरेली हाईवे पर बड़ा हादसा हो गया। एथेनॉल से भरा टैंकर अचानक पलट गया और कुछ ही देर बाद तेज धमाके के साथ उसमें आग लग गई। आग की लपटें 20 फीट तक ऊंची उठीं और धुएं का गुबार करीब 1 किलोमीटर दूर से दिखाई देने लगा। हादसे में टैंकर चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई।

 चार घंटे की मशक्कत के बाद काबू

आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की पांच गाड़ियां और रिफाइनरी की टीमें मौके पर पहुंचीं। मांट, भूतेश्वर और रिफाइनरी की संयुक्त टीम ने लगातार पानी का प्रेशर मारकर आग पर काबू पाया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी।

 दो दमकलकर्मी झुलसे

आग बुझाने के दौरान मांट फायर स्टेशन के FSSO किशन सिंह और फायरमैन शाकिर झुलस गए। दोनों को इलाज के लिए स्वर्ण जयंती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, टैंकर में चार टैंक थे जिनमें से एक फट चुका था। बाकी तीन टैंकों में भी विस्फोट का खतरा बना हुआ था, जिससे राहत कार्य में दिक्कत आई।

 रिफाइनरी लैब में भेजा गया केमिकल सैंपल

हादसे के बाद टेक्निकल टीम ने मौके से केमिकल का सैंपल लेकर जांच के लिए रिफाइनरी लैब भेजा है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि टैंकर संभल के धान बायो ऑर्गेनिक प्लांट से मथुरा रिफाइनरी जा रहा था।

 ग्रामीणों में दहशत

आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि लोग नींद से जाग गए और बाहर निकलकर देखा तो चारों ओर आग की लपटें और धुएं का गुबार छाया हुआ था। कुछ किसानों की फसलें भी जलकर राख हो गईं।

टैंकर के मालिक पर जांच

पुलिस ने बताया कि टैंकर के रजिस्ट्रेशन नंबर से जानकारी मिली है कि मालिक ने इसे बेच दिया था, लेकिन नए खरीदार ने अपने नाम ट्रांसफर नहीं कराया था। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस हादसे में कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, लेकिन ग्रामीणों और राहगीरों में लंबे समय तक दहशत का माहौल बना रहा।