सॉल्वर गैंग पार्ट- 2 का खुलासा, सरकारी कर्मचारी और साइबर कैफे संचालक गिरफ्तार, 5 साल से थे PK के संपर्क में...
वाराणसी (रणभेरी): कमिश्नरेट पुलिस का सॉल्वर गैंग सफाई अभियान लगातार जारी है। नीट में सॉल्वर गैंग के जरिए प्रवेश परीक्षा पास कराने वाले एक और गिरोह का वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने खुलासा किया है। सॉल्वर गैंग पार्ट-2 के मास्टरमाइंड चंदौली से लघु सिंचाई विभाग का कर्मचारी कन्हैया कुमार और वाराणसी के सुंदरपुर में साइबर कैफे संचालक क्रांति कौशल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पिछले सात सालों से इस गैंग को संचालित कर रहे दोनों नीट सॉल्वर गैंग के मास्टरमाइंड नीलेश कुमार पीके के संपर्क में थे। पुलिस के मुताबिक वाराणसी से संचालित इस गैंग के मास्टरमाइंड कन्हैया का नेटवर्क यूपी के कई शहरों सहित देश की राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है। दोनों के पास से 5 महिला अभ्यर्थियों के ओरिजिनल अंक पत्र, प्रमाण पत्र, फर्जी आधार कार्ड, काफी संख्या में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और एक टाटा सफारी बरामद की गई है। यह दोनों पीके की मदद से अपनी अलग गैंग संचालित करते थे। दोनों के खिलाफ सारनाथ थाने में केस दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्त चुनार कोतवाली के बरेठा गांव का निवासी कन्हैयालाल सिंह और उसके साथी सुसुवाही निवासी क्रांति कौशल को सिंहपुर बाईपास के पास से सफारी वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया है। कन्हैयालाल सिंह चंदौली में लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है, जबकि क्रांति कौशल सुंदरपुर चितईपुर में साइबर कैफे चलाता है। गिरफ्तार अभियुक्तगण नीट परीक्षा से संबंधित सरगना नीलेश और पीके से करीब पांच साल से लगातार संपर्क में थे। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की विभिन्न नौकरियों की परीक्षाओं सहायक शिक्षक, यूपीटेट, यूपीएसआई, एएनएम चिकित्सा विभाग, एसएससी व अन्य कई परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को सॉल्वरों के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली, लखनऊ व कानपुर के अपने अलग साथियों के साथ एक समानांतर गैंग चला रहा था।गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों के कब्जे से 5 महिला अभ्यर्थियों के ओरिजिनल अंक पत्र, प्रमाण पत्र आदि एवं फर्जी आधार कार्ड व काफी संख्या में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं। दोनों को पुलिस आज कोर्ट में पेश कर जेल भेजेगी।
12 सितंबर से जारी है आरोपियों की गिरफ्तारी
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में धांधली की साजिश का भंडाफोड़ 12 सितंबर 2021 को हुआ था। क्राइम ब्रांच ने सारनाथ क्षेत्र स्थित एक स्कूल में त्रिपुरा की हिना बिश्वास की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जुली कुमारी को गिरफ्तार किया था। तब से लेकर अब तक बिहार, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश के 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
नहीं बचेंगे एक भी आरोपी
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों को लेकर नया मुकदमा दर्ज करवाया गया है। टीमें लगातार पूछताछ कर रही है, बाकी अन्य टीमें गठित कर दबिश के लिए लगाया गया है। होनहार बच्चों का भविष्य खराब करने वाला एक भी आरोपी बच नहीं पायेगा। विवेचक को निर्देशित किया गया है, नए साक्ष्यों के आधार पर विवेचना गुणवत्तापूर्वक कर चार्जशीट न्यायालय में पेश करें।