काशी विश्वनाथ गली के ढुंढिराज गणेश मंदिर को पीछे हटाने पर छिड़ी रार
(रणभेरी): वाराणसी के काशी विश्वनाथ गली के ढुंढिराज गणेश मंदिर प्रवेश द्वार को चौड़ा करने पर रार छिड़ गई है। बुधवार को मंदिर का नाप लेने जब कुछ लोग पहुंचे तो मंदिर से जुड़े लोगों को इसकी जानकारी हुई। मंदिर को उसके स्थान से पीछे करने की चर्चाएं भी तेज हो गईं। सूचना मिलने पर सामाजिक संगठनों ने ऐतराज जताया है। ढुंढिराज गणेश मंदिर में अन्नपूर्णा मंदिर के महंत और प्रवीण उपाध्याय की अलग-अलग पारी पड़ती है। प्रवीण उपाध्याय ने बताया कि महंत शंकर पुरी ने बिना कोई जानकारी दिए मंदिर को पीछे हटाने पर अपनी सहमति दे दी है। वहीं लोगों की सहूलियत के लिए अन्नपूर्णा मंदिर की तीन फीट दीवार नहीं दे रहे हैं, जबकि सिद्धपीठ विराजमान श्री ढुंढिराज गणेश को अपने स्थान से हटाने की अनुमति बिना किसी बातचीत के दे दी। वहीं महंत शंकर पुरी का कहना है कि 15 दिन पहले प्रशासनिक अधिकारी जब मंदिर आए थे तो उनसे चर्चा हुई थी। हमने कहा था कि मंदिर को यथा स्थान रखकर जितना चाहे सुंदरीकरण करा सकते हैं। मंदिर अपने स्थान पर ही रहेगा। हमने उनसे कहा है कि अपनी कार्ययोजना हमें दे दीजिए, हम अखाड़ों से इस मामले में बात करेंगे। मैं इस मामले में अकेले कोई निर्णय नहीं ले सकता।