बारिश ने बदला काशी के मौसम का मिजाज 

बारिश ने बदला काशी के मौसम का मिजाज 

वाराणसी (रणभेरी सं.)। बीते दो दिन से चल रही पूर्व हवाओं से मौसम का मिजाज बदल गया है। मंगलवार की भोर से ही तेज हवा के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इस वजह से शहर में कई जगहों पर सड़क पर पानी जमा हो गया है। उधर ग्रामीण इलाकों में भी खेतो में पानी लग गया है। वाराणसी में रात 1 बजे से बारिश हो रही है। अब तक 30 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बरसात से मौसम खुशनुमा हो गया है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि पुरवा हवाओ का दबाव अभी बना रहेगा। इस वजह से दो दिन ऐसे ही मौसम के बने रहने के आसार हैं। पहड़िया, पांडेयपुर, जिला मुख्यालय क्षेत्र में तेज हवा के साथ काफी देर से बारिश हो रही है।

  • बदला मौसम, लुढ़का तापमान

नम पुरवा हवाओं के चलने और बूंदाबांदी से सोमवार को मौसम बदल गया। दोपहर तक हवा की रफ्तार धीमी रही, लेकिन शाम को रफ्तार तेज हो गई। इस वजह से गर्मी से राहत मिली। मौसम बदलने से अन्य दिनों की तुलना में शाम का मौसम खुशनुमा रहा।  सोमवार शाम को करीब 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने की वजह से लोगों ने राहत महसूस की। इस बीच अधिकतम तापमान औसत से 1 डिग्री सेल्सियस कम होकर 32.3 पहुंच गया तो न्यूनतम तापमान 25.2 रिकॉर्ड किया गया। 

बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि जिस तरह का मौसम बना है, उससे दो दिन तक बारिश के आसार हैं। तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। सचेत ऐप का आरेंज अलर्ट आंधी और बिजली गिरने की संभावना सचेत ऐप के माध्यम से प्राप्त सूचना के अनुसार, अगले 3 घंटों में संत रविदास नगर, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्ज़ापुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, सोनभद्र और वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में आंधी और मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इन जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

  • गंगा ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें

वाराणसी में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा हैं। तटवर्ती निचले इलाके में पानी भर जाने से करीब 30 हजार परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। गंगा के लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण सीवर,नाली,नाला के द्वारा कॉलोनी में पानी घुसने से लोग अपने घरों में फंस गए हैं। कॉलोनी में फंसे लोग अब पानी में से निकाल कर पलायन करने लगे हैं। वह अपने गांव या किसी रिश्तेदार के घर कुछ दिन रहने के लिए जाने को मजबूर हो गए है। वहीं कुछ लोग राहत शिविर में रहने के लिए पहुंचे है। नगवां असि नाला से पानी घुसने से रामेश्वर वेद विद्यालय के भीतर से लेकर नाले किनारे दर्जनों से अधिक मकानों में पानी प्रवेश कर गया। घरों में पानी घुसने के बाद गोयनका विद्यालय में बने राहत शिविर में रहने के लिए गए। नगवा नाला से पानी प्रवेश करने से साकेत नगर रोहित नगर सरायनंदन बटुआपूरा तक पानी भरने से नाला ओवर फ्लो कर रहा है। मारुति नगर काशीपुरम कॉलोनी में सैकड़ो की संख्या में मकान पानी से घीर गए हैं। घरों के चारों तरफ पानी लगने से लोग अपने परिवार जनों को सुरक्षित स्थानों पर गांव या रिश्तेदारों के घर भेज रहे हैं। जबकि घरों की सुरक्षा करने के लिए घर में सदस्य भी रुके हैं। हफ्ते भर का राशन पानी इकट्ठा कर लिए हैं। इन इलाके में रहने वाले लोगों को अपने घरों में चोरी होने का भी डर सता रहा है। नगवां और मारुति नगर के दोनों क्षेत्रों की बात करें तो 300 घर बाढ़ से प्रभावित हैं।