मिनी सदन की बैठक में छाया रहा शहर की बदहाली का मुद्दा
वाराणसी। नगर निगम सदन की शुक्रवार को हुई बजट बैठक में शहर में सीवर ओवरफ्लो, कूड़ा उठान, सफाई, सड़कों-गलियों की बदहाली के मुद्दे छाये रहे। महापौर अशोक कुमार तिवारी ने नगर निगम व जलकल को होली-रमजान, ईद व नवरात्र के मद्देनजर शहर में सीवर ओवरफ्लो की समस्या दूर करने और बेहतर सफाई का निर्देश दिया। करीब चार घंटे की चर्चा के बाद सदन ने कार्यकारिणी समिति के वर्ष 2024-25 के 1343 करोड़ 21 लाख 77 हजार रुपये के बजट पर मुहर लगा दी। इसमें नगर निगम का बजट 1049 करोड़ 16 लाख 77 हजार रुपये और जलकल का बजट 294 करोड़ पांच लाख रुपये का है। यात्री कर की स्थिति अस्पष्ट सदन की बैठक दोपहर एक बजे शुरू हुई। उपसभापति सुरेश चौरसिया ने सदन के समक्ष मूल बजट प्रस्तुत किया। उन्होंने यात्री कर के मद में शून्य दर्शाने पर सवाल किया।उन्होंने कहा कि अब तक निगम प्रशासन यात्री कर की वैधानिक स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया है। यदि यह कर रेलवे, रोडवेज से नहीं लिया जा सकता है तो कुछ समय पहले किस मद में रोडवेज से डेढ़ लाख रुपये निगम को प्राप्त हुए हैं। वहीं यदि यह कर नहीं लिया जा सकता तो किस आधार पर इसका लक्ष्य पांच लाख रुपये तय किया गया है। अध्यक्ष ने कहा कि बिना विभागाध्यक्ष से आंकड़ा लिये बजट बना दिया गया है। तब सपा पार्षद दल के नेता अमरदेव यादव ने कहा कि सीएफओ केके पांडेय सदन को गुमराह कर रहे हैं। अध्यक्ष ने नगर आयुक्त अक्षत वर्मा को सीएफओ के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया। उपसभापति ने बीएचयू से गृहकर की वसूली की भी जानकारी मांगी। नगर आयुक्त ने कहा कि बीएचयू को नोटिस गया है। हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन है। पार्षद श्याम आसरे मौर्य ने कई जगह सीवर ओवरफ्लो की समस्या उठाई तो कई पार्षदों का गुस्सा फट पड़ा। खोजवां के पार्षद पति अशोक सेठ को बंधक बनकर झेलना पड़ा। जलकल में छह माह से बकेट मशीन के टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। मदनमोहन दुबे, सुरेश पटेल गुड्डू, बृजेशचंद्र श्रीवास्तव, अशोक मौर्या आदि ने कहा कि वरुणापार मच्छरों का आतंक है लेकिन फॉगिंग शुरू नहीं हुई। मेयर ने एक सप्ताह तक फागिंग के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।