नाइट मार्केट उजाड़ना विनाश की कार्रवाई : प्रदीप जायसवाल

नाइट मार्केट उजाड़ना विनाश की कार्रवाई : प्रदीप जायसवाल

वाराणसी (रणभेरी सं.)। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे स्थापित नाइट मार्केट को नगर निगम द्वारा देर रात बुलडोजर चलाकर उजाड़ने की घटना को समाजवादी पार्टी (व्यापार सभा) उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने ह्लविकास नहीं, विनाशह्व करार दिया है। उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारियों और दुकानदारों की रोजी-रोटी छीनना अमानवीय है।
पत्रकार वार्ता में श्री जायसवाल ने कहा कि पुलिस आयुक्त वाराणसी द्वारा फुटपाथ, ठेला, पटरी दुकानदारों पर दोहराया गया अतिक्रमण मिलने पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट लगाने की घोषणा न केवल तुगलकी फरमान है, बल्कि पूरी तरह से अव्यावहारिक भी है। 

 उन्होंने कहा कि व्यापारी समाज अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, उन्हें अपराधी बताकर दमन करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की भाजपा सरकार व्यापारियों की हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन हकीकत में नोटबंदी, लॉकडाउन, जटिल जीएसटी और लगातार व्यापारियों पर हो रहे हमले और शोषण ने उनकी कमर तोड़ दी है। 

 प्रदीप जायसवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी यह स्वीकार कर चुका है कि फुटकर और ठेला दुकानदार देश की आर्थिक तरक्की में सहायक होते हैं, इसलिए उन्हें उजाड़ने से पहले बसाने की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए। नाइट मार्केट मामले में उन्होंने सवाल उठाया कि श्रेया इंटरप्राइजेज को 10 करोड़ की योजना संचालन का ठेका किस आधार पर दिया गया,

 जब उसने तीन वर्षों में 1.20 करोड़ की बजाय सिर्फ 5 लाख रुपए ही नगर निगम को दिए? और जब दुकानदारों ने एडवांस में भुगतान कर दुकानें ली थीं, तो उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? उन्होंने मांग की कि प्रशासन व्यापारी प्रतिनिधियों के सहयोग से मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए अतिक्रमण की समस्या का समाधान करे, न कि दमनकारी धाराओं का प्रयोग। प्रेस वार्ता में मुरलीधर जायसवाल, काशीनाथ गुप्ता, दिलशाद अहमद डिल्लू आदि मौजूद रहे।

नाइट बाजार उजाड़ने व पटरी व्यापारियों के उत्पीड़न के खिलाफ सपा ने सौंपा ज्ञापन

वाराणसी (रणभेरी सं.)। नाइट बाजार को उजाड़ने और नगर क्षेत्र में पटरी व रेहड़ी व्यापारियों के साथ हो रहे उत्पीड़न को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा के नेतृत्व में दर्जनों सपा नेताओं ने डीएम से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया। सपा एमएलसी सिन्हा ने कहा कि रेहड़ी-पटरी व्यवसायी देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के तहत आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और नगर निगम लगातार इन्हें उजाड़ रहा है, जो स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट 2014 का उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि कैंट स्टेशन के सामने ओवरब्रिज के नीचे गरीब पटरी व्यवसायियों की जगह प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से बड़े पूंजीपतियों को दुकानें आवंटित कर दी गईं, जिससे अवैध और अशोभनीय गतिविधियां शुरू हो गईं। बाद में इन्हें हटाना पड़ा, जिससे ईमानदार और जरूरतमंद व्यवसायी भी प्रभावित हुए। डीएम सत्येंद्र कुमार ने आश्वासन दिया कि नाइट बाजार को पुनर्विचार कर नए स्थान पर पुन: बसाया जाएगा। साथ ही छोटे व्यापारियों की समस्या पर बैठक कर समाधान निकाला जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, डॉ. ओपी सिंह, योगेंद्र यादव, प्रदीप जायसवाल, आयुष यादव सहित कई अधिवक्ता भी शामिल रहे।