पीडब्ल्यूडी ने उड़ाई डीएम के निर्देशों की धज्जियां

मार्ग पर सिर्फ पानी ही नहीं, पीडब्ल्यूडी की नाकामी और प्रशासनिक संवेदनहीनता भी लबालब
वाराणसी (रणभेरी सं.)। पंचक्रोशी मार्ग पर स्थित रामेश्वर इंटर कॉलेज और पोस्ट आॅफिस के पास सड़क पर बरसात का पानी लगातार जमा हो रहा है, जिससे आमजन और व्यापारियों की परेशानी चरम पर है। विगत दिनों पानी के इसी स्थायी जलजमाव को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने धरना दिया था, जिसकी खबर प्रमुख अखबारों में प्रकाशित हुई। मामला जब जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के संज्ञान में आया, तो उन्होंने तत्काल पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश जारी कर जलनिकासी और सड़क सुधार कार्य को प्राथमिकता देने का आदेश दिया।
लेकिन जिलाधिकारी के स्पष्ट निदेर्शों के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने महज दिखावे के लिए सड़क पर थोड़ी गिट्टियां डलवा कर खानापूरी कर ली और चलते बने। न जलनिकासी की कोई व्यवस्था की गई, न ही स्थायी समाधान की कोशिश हुई। परिणामस्वरूप, आज भी सड़क पर जगह-जगह पानी भरा हुआ है, जिससे राहगीरों, स्कूली बच्चों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय व्यापारियों में विभागीय लापरवाही को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। उनका कहना है कि जब सड़क पर गिट्टी डाली जा रही थी, तब उन्होंने यह समझा कि विभाग अब जलनिकासी की ठोस व्यवस्था करेगा, लेकिन कुछ ही घंटों में विभागीय अधिकारियों ने मौके से मुंह फेर लिया। व्यापारियों ने इसे डीएम के आदेशों की खुली अवहेलना बताया है।
व्यापारियों का कहना है कि सड़क के दोनों ओर नाली नहीं होने के कारण बरसात का पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है। कीचड़ और गंदे पानी के बीच उन्हें ग्राहकों के आने-जाने की चिंता के साथ-साथ खुद भी फिसलते हुए दुकान तक पहुंचना पड़ता है। टेम्पू चालकों, राहगीरों, स्कूली बच्चों और महिलाओं को इस कीचड़युक्त रास्ते से गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं। व्यापारियों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का आना-जाना भी इसी मार्ग से होता है, लेकिन कोई स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाने को तैयार नहीं दिख रहा। सड़क पर पानी भरने से इलाके में दुर्गंध फैली हुई है और डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है। इसके बावजूद संबंधित विभाग चुप्पी साधे हुए है।
स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क के दोनों ओर नाले का निर्माण कराया जाए और जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। अन्यथा वे एक बार फिर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रशासन को चाहिए कि वह इस बार सिर्फ कागजी कार्रवाई न कर, जमीनी स्तर पर ठोस काम करे, वरना जनता का आक्रोश सड़कों पर फूट सकता है। पंचक्रोशी मार्ग पर सिर्फ पानी ही नहीं भरा है, बल्कि पीडब्ल्यूडी की नाकामी और प्रशासनिक संवेदनहीनता भी लबालब है।