मासूमों की जान से खिलवाड़, मूक बधिर चला रहा था स्कूल बस
वाराणसी (रणभेरी): स्कूल बस में अपने बच्चों को बैठाकर परिजन इस इत्मीनान में होते हैं कि उनके बच्चे अब सुरक्षित हैं, पर शहर बनारस में सोमवार को पुलिस लाइन चौराहे पर एक ऐसा मामला सामने आया की सबके होश उड़ गए। हुआ यूंकि अनफिट स्कूली वाहनों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत यात्रीकर अधिकारी केकी मिश्रा ने एक स्कूली बस को रोकवाया और उसे चेक किया तो उसकी फिटेनस समाप्त मिली जिसपर उसे पुलिस लाइन भेजने को कहा गया पर वाहन चालक उसे सारनाथ लेकर जाने लगा जिसपर उसे गाड़ी को रोकने के लिए कहा गया पर चालक ने बस नहीं रोकी। इसपर जब चेक किया गया तो पता चला कि बस ड्राइवर मूक-बधिर है। वह न सुन सकता है और न ही बोल सकता है।
इस बात की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। यात्रीकर अधिकारी केकी मिश्रा ने उक्त बस के मालिक पर कार्रवाई की संस्तुति की है। वहीँ जिस कालेज में यह बस चल रही है वहां भी नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को यात्रीकर अधिकारी केकी मिश्रा के साथ मौजूद दल ने सारनाथ जा रही एक स्कूली बस को रूकवाया। जांच में वह अनफिट मिली। उसे पुलिस लाइन भेजने का निर्देश दिया तो वाहन लेकर चालक स्कूल की ओर जाने लगा। परिवहन सिपाहियों ने बस रोकने को कहा लेकिन, वह बस रोक नहीं रहा था। किसी तरह बस रुकवाई गई तो पता चला चालक गूंगा और बहरा है।
पीटीओ ने वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। बता दें कि 18 स्कूली बसों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें पांच वाहनों को सीज किया गया। 13 वाहनों का चालान हुआ। यात्रीकर अधिकारी मिथिलेश सिंह ने बाबतपुर, राजातालाब, रोहनिया, रिंग रोड जबकि केकी मिश्रा ने पहड़िया, सारनाथ रोड, आशापुर आरओबी के समीप वाहनों की जांच की।