वाराणसी के होटल से मंत्री तेजप्रताप का सामान निकाला गया बाहर, रात 1 बजे सड़कों पर भटकते दिखे

वाराणसी के होटल से मंत्री तेजप्रताप का सामान निकाला गया बाहर, रात 1 बजे सड़कों पर भटकते दिखे

वाराणसी (रणभेरी): बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव का वाराणसी के कैंट रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे से उस दौरान तेज प्रताप यादव होटल में नहीं थे।घटना को लेकर तेज प्रताप यादव के निजी सहायक ने सिगरा थाने में तहरीर देकर होटल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वही मंत्री के करीबियों की शिकायत के बाद पुलिस होटल पहुंची और प्रबंधन से पूछताछ की। होटल के जीएम ने मंत्री व उनके समर्थकों के आरोपों को निराधार बताया। कहा कि मंत्री व उनके सहायकों ने दो कमरे बुक किए थे। इसमें मंत्री का रूम नहीं खाली कराया गया। उसमें अभी भी ताला बंद है। सहायकों के कमरे से सामान निकालकर तीन माह पहले बुकिंग करने वाले टूरिस्ट को उसमें शिफ्ट किया गया। 

बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव शुक्रवार को कैंट रोडवेज क्षेत्र स्थित होटल के कमरा नंबर 205 में ठहरे हुए थे। कमरा नंबर 206 में उनके निजी सहायक और सुरक्षा कर्मी ठहरे थे। मंत्री तेज प्रताप यादव दर्शन-पूजन और गंगा में नौकायन कर होटल वापस लौटे तो उनका सामान रिसेप्शन काउंटर पर रखा हुआ मिला। उनके निजी सहायक और सुरक्षा कर्मियों का कमरा भी खाली करा दिया गया था। मंत्री तेज प्रताप यादव की गैर मौजूदगी में उनके कमरे को खोलना उनकी सुरक्षा के लिहाज से उचित नहीं है। इसलिए होटल के महाप्रबंधक और अन्य स्टाफ पर कार्रवाई की जाए। इस संबंध में सिगरा इंस्पेक्टर राजू सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। CCTV देखने के बाद पता चला कि तेजप्रताप यादव के कमरे को खोला गया है। तेजप्रताप ने पुलिस अधिकारियों को होटल बुलाया। CCTV की जांच करवाई। प्रदीप ने बताया कि होटल से बाहर निकलने के बाद तेजप्रताप ने कहा कि वह काशी विश्वनाथ मंदिर जा रहे हैं।तेजप्रताप का कमरा शुक्रवार रात 12 बजे तक बुक था। लेकिन चेकआउट टाइम देखकर प्रबंधन ने पहले ही कमरा खाली कर दूसरे को दे दिया। 12.30 बजे होटल पहुंचे तेज प्रताप का आक्रोश देखकर होटल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए और फिर उन्हें मनाने की कवायद होने लगी, लेकिन तेजप्रताप नहीं माने। सिगरा थाना क्षेत्र के रोडवेज चौकी प्रभारी बृजेश कुमार ने बताया बिहार के कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप की मौजूदगी में उनके सहायकों से होटल के खिलाफ लिखित शिकायत मिली है। उनका सामान निकालने और कमरा खाली करके दूसरे को देने की जांच की जा रही है। मंत्री तेज प्रताप से उनके ठहरने का प्रबंध किए जाने की बात कही गई, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।

होटल के मैनेजर संदीप पालित ने बताया कि रात 1 बजकर 35 मिनट पर बुकिंग आई। किसी तरह से मैनेज किया। बुकर को पहले से जानकारी दी गई थी कि 6 तारीख तक के लिए ही रूम खाली है। सात और आठ अप्रैल को पूरा होल्ड है। बुकर ने कहा कि एक ही रात रुकेंगे। अगले दिन 12 बजे चेक आउट करके चले जाएंगे। बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव बुधवार को साइकिल से दफ्तर पहुंचे। उन्होंने साइकिल चलाने के पीछे की वजह बताई। मंत्री ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव मेरे सपने में आए थे। उन्होंने मुझे घड़ी दी। मैं जब रोने लगा तो वे भी रोने लगे। नेताजी ने मेरे साथ साइकिल चलाई। इसके बाद मेरे मन में आया कि साइकिल से दफ्तर जाऊं। इससे पर्यावरण भी बचेगा। तेज प्रताप यादव ने राबड़ी आवास से विभागीय कार्यालय अरण्य भवन तक करीब एक किलोमीटर की दूरी साइकिल चलाकर तय की। फिर साइकिल से ही आवास पर वापस लौटे।