इंसान तो क्या, पशु-पक्षियों की भी कांप उठी रूह
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट, अभी और बढ़ेगी ठंड, पांच दिनों में 12 डिग्री से अधिक गिरा अधिकतम तापमान
वाराणसी (रणभेरी सं.)। पहाड़ों पर हो रही वर्षा एवं बर्फबारी ने वाराणसी समेत पूरे उत्तर भारत को कंपा दिया है। पश्चिमी विक्षोभ की गठरी इधर आकर खुलते ही मानव क्या, पशु-पक्षियों की भी ठठरी कांप उठी है। तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री नीचे गोता लगा रहा है और लोग अलाव से चिपके हुए हैं। गुरुवार को पूरे दिन सूर्य के दर्शन नहीं हुए। सर्दी का सितम शहर में सबसे अधिक कहां है। शहर में सबसे अधिक ठंड अस्सी घाट पर रिकॉर्ड की गई, जहां शाम 5.20 बजे 09.6 डिग्री तापमान रहा। वहीं सबसे ज्यादा कैंटोमेंट में दोपहर 2.20 बजे 12 डिग्री रिकार्ड किया गया। सर्दी और शीतलहर में डॉक्टर्स ने भी अलर्ट रहने की सलाह दी है। नये साल पहले दिन बुधवार को बनारस का अधिकतम 16.3 डिग्री और शिमला का 16.2 तापमान रिकार्ड दर्ज किया गया। दो दिनों में पांच से छह डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। औसत तापमान 14.2 डिग्री हो गया है। शरीर की अपेक्षा करीब 23 डिग्री तापमान घटा है, इसके कारण जबर्दस्त गलन शुरू हो गई है। अभी एक-दो दिन मौसम ऐसा ही रहेगा, लेकिन बादल छंटते ही न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी लेकिन अधिकतम तापमान के बढ?े से थोड़ी राहत जरूर महसूस हो सकती है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 16.9 डिग्री रहा, यह सामान्य से 5.8 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री था, जो सामान्य से 4.9 डिग्री ज्यादा रहा। 82 प्रतिशत आद्ररता रिकार्ड की गई है। एक सप्ताह तक सुबह कोहरा व धुंध रहेगा, लेकिन उसके बाद में आसमान साफ रहेगा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी सुरेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि अधिकतम तापमान में वृद्धि होने के कारण गलत बढ़ी है, लेकिन इसमें कमी होने की संभावना बन रही है।
पांच दिनों में 12 डिग्री से अधिक गिरा अधिकतम तापमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि पांच दिनों में 12 डिग्री से अधिक अधिकतम तापमान गिरा है। निचले क्षोभमंडल में स्थिरता के कारण कोहरे की लिफ्टेड परत के प्रभाव से दिन का विकिरणीय ऊष्मन व रात्रि का विकिरणीय शीतलन अवरुद्ध हो जाने के कारण दिन और रात के तापमान में अंतर बहुत कम हो गया है। पहाड़ी इलाकों से आ रही ठंडी उत्तरी-पश्चिमी हवा के 'चिल फैक्टर के संयुक्त प्रभाव से दिन के तापमान में काफी गिरावट हो गई है, इसके कारण कोल्ड डे जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो गई हैं।
नगर निगम ने 235 स्थानों पर जलवाया अलाव
कड़ाके की ठंड को देखते हुए नगर निगम वाराणसी ने अलाव की संख्या में वृद्धि की है। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर शहर के विभिन्न हिस्सों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में नगर निगम ने 235 स्थानों पर अलाव जलवाने का प्रबंध किया है। संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र ने बताया कि नगर निगम ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख चौराहों, मुख्य मार्गों, वृद्धाश्रम, कबीरचौरा अस्पताल, गंगा घाटों और पार्षदों द्वारा सुझाए गए अन्य स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, शहर के सभी शेल्टर होम में भी अलाव की सुविधा दी गई है ताकि वहां शरण लेने वाले लोगों को ठंड से राहत मिल सके। नगर निगम की ओर से यह भी जानकारी दी गई कि आने वाले दिनों में और स्थानों पर अलाव जलाने की योजना बनाई जा रही है।
यह कदम सुनिश्चित करेगा कि शहरवासियों को ठंड के इस कठिन समय में राहत मिले। नगर निगम वाराणसी ने नागरिकों से भी अपील की है कि ठंड से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव का उपयोग करें और जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
डॉक्टरों ने अलर्ट रहने की दी सलाह
चिकित्साधिकारी डॉ. एसएस पांडेय ने बताया कि बीपी और शुगर के मरीजों के लिए ठंड का मौसम ज्यादा खतरनाक होता है। जरा भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ठंड में ब्लड प्रेशर (बीपी) और शुगर के मरीजों को ज्यादा सावधानी बरती चाहिए। ठंड के मौसम में बीपी हाई और लो दोनों हो जाता है। हार्टअटैक और पैरालिसिस का खतरा बढ़ जाता है। अस्थमा, सर्दी जुकाम और अन्य श्वसन समस्याओं वाले लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
एयरपोर्ट पर दृश्यता 50 मीटर, नहीं आए विमान
हाड़ कंपाती ठंड और कोहरे का असर एयरपोर्ट से लेकर रेलवे, बस स्टेशन तक दिखा। वाराणसी के लिए आने वाले विमान दो से तीन घंटे लेट हैं। लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर सुबह सबसे पहले आकासा एयर फ्लाइट संख्या क्यूपी 1633 को लैंड करना था। वाराणसी में दृश्यता कम होने की जानकारी पर हैदराबाद एयरपोर्ट से फ्लाइट टेक आॅफ के लिए रोक दिया गया। वाराणसी आने वाले यात्री अभी हैदराबाद एयरपोर्ट पर हैं। आकासा एयर फ्लाइट संख्या क्यूपी 1421 भी सुबह 9:30 बजे तक वाराणसी में कोहरे के चलते बेंगलुरु एयरपोर्ट से वाराणसी के लिए उड़ान नहीं भर सका। वाराणसी आने के बाद यहीं विमान यात्रियों को लेकर मुंबई के लिए उड़ान भरता। अब मुम्बई जाने वाले यात्रियों को भी इंतजार करना होगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार दोपहर तक मौसम साफ होने के बाद ही विमानों को टेक आॅफ के बाबत सूचना दी जाएगी।