मां की याद में भावुक पंकज त्रिपाठी, काशी में अस्थि विसर्जन और पूजा
वाराणसी (रणभेरी): बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी सोमवार को काशी पहुंचे और गंगा किनारे अपनी मां, हेमवंती देवी, की अस्थियां विसर्जित कीं। इस दौरान उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए। भावनाओं से ओतप्रोत पंकज की आंखों में आंसू छलक रहे थे।
अस्थि विसर्जन के बाद अभिनेता ने नाव में बैठकर साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया, मानो जीवन और प्रकृति के बीच के इस अनूठे संबंध को याद कर रहे हों। इसके बाद पंकज त्रिपाठी अस्सी घाट स्थित एक आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने ब्राह्मणों को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा अर्पित की। उन्होंने कहा, "मां ने हमेशा संस्कारों और करुणा का पाठ पढ़ाया। उनके आशीर्वाद के कारण ही मैं अपने जीवन में कुछ कर पा रहा हूं। यही मेरी सच्ची श्रद्धांजलि है।"
पंकज ने जीवन और मृत्यु पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि माता-पिता का जाना हर व्यक्ति के लिए गहरा आघात होता है। उन्होंने कहा कि काशी में गंगा के प्रवाह में जो शांति महसूस होती है, वह शायद हर आत्मा को मुक्ति की ओर ले जाती है।
हृदयस्पर्शी यह पल उनके लिए व्यक्तिगत नुकसान और भावनाओं का मिश्रण था। पंकज की मां का निधन 2 नवंबर को उनके पैतृक गांव गोपालगंज, बिहार में हुआ था। वे 89 वर्ष की थीं और कुछ समय से बीमार चल रही थीं। उनका अंतिम संस्कार 3 नवंबर को परिवार और करीबी रिश्तेदारों की मौजूदगी में किया गया। पंकज त्रिपाठी ने पिछले साल ही अपने पिता पंडित बनारस तिवारी को 99 साल की उम्र में खोया था।
काम की बात करें तो पंकज हाल ही में फिल्म ‘मेट्रो इन डेज़’ में नजर आए थे। इसके अलावा वे जल्द ही लोकप्रिय वेब सीरीज ‘मिर्जापुर: द मूवी’ में दिखाई देंगे। वाराणसी में इसके दो सप्ताह तक चलने वाले शेड्यूल की शूटिंग पूरी हो चुकी है। पंकज त्रिपाठी की अभिनय यात्रा ‘मिर्जापुर’ और ‘स्त्री’, ‘मिमी’, ‘गुंजन सक्सेना’ जैसी फिल्मों से दर्शकों के दिलों में बस चुकी है।











