प्रतापगढ़ में तस्करी का बड़ा नेटवर्क उजागर, घर से बरामद हुए करोड़ों के नोट और नशीले पदार्थ

प्रतापगढ़ में तस्करी का बड़ा नेटवर्क उजागर, घर से बरामद हुए करोड़ों के नोट और नशीले पदार्थ

(रणभेरी): प्रतापगढ़ में एक बड़े गांजा तस्कर का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने शनिवार सुबह राजेश मिश्रा के घर पर छापा मारकर करोड़ों रुपये कैश और भारी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए। जांच में यह खुलासा हुआ कि राजेश मिश्रा और उसका परिवार पिछले 40 सालों से गांजा तस्करी के कारोबार में लिप्त थे।

राजेश मिश्रा का घर अपने आप में एक किला जैसा था। घर में 12 से अधिक CCTV कैमरे लगे हुए थे, हर आने-जाने वाले पर निगरानी रहती थी। घर के सामने वाले मकान तक जाने वाली सुरंग बनाई गई थी, जिससे किसी भी समय सुरक्षित रूप से प्रवेश या निकासी संभव थी। पड़ोसियों को भी घर में आमंत्रित नहीं किया जाता था।

पुलिस को लगा जबरदस्त झटका

शुक्रवार को पड़ोसी राजेंद्र कुमार की शिकायत के बाद पुलिस राजेश के घर पहुंची। पड़ोस के दस्तावेजों के गलत इस्तेमाल की शिकायत पर, पुलिस ने घर का निरीक्षण करने का प्रयास किया, लेकिन पत्नी रीना मिश्रा ने गेट खोलने से इंकार कर दिया। इसी दौरान पुलिस को शक हुआ और अगले दिन सुबह 9 बजे पुलिस की चार टीमें और 22 जवान घर पर पहुंचे।

24 घंटे चली गिनती, मिली करोड़ों की रकम

पुलिस ने घर के हर कमरे की बारीकी से तलाशी ली। झोलों, बोरों, अलमारियों और बिस्तरों के अंदर से भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ। नोटों की गिनती इतनी बड़ी थी कि पुलिसकर्मियों को गिनती के लिए मशीनें लगानी पड़ीं और यह काम 24 घंटे तक चलता रहा।

नशीले पदार्थ और गिरफ्तारी

सिर्फ कैश ही नहीं, बल्कि पुलिस को 6 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक भी बरामद हुआ। बाजार मूल्य के अनुसार, गांजा 3 लाख 3 हजार रुपए और स्मैक 11 लाख 54 हजार रुपए का था।

इस कार्रवाई में राजेश मिश्रा की पत्नी रीना मिश्रा, उनके बेटे विनायक, बेटी कोमल और दो भतीजे यश व अजीत मिश्रा को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय रीना ने पुलिस को कमरे का दरवाजा बंद कर रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।

लंबे समय से चल रहा था नेटवर्क

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, राजेश मिश्रा के पिता रामजी मिश्रा ने करीब 40 साल पहले गांजा तस्करी शुरू की थी। उन्होंने आसपास के गांवों में युवाओं को लत लगाकर यह कारोबार फैलाया। धीरे-धीरे नेटवर्क प्रयागराज, रायबरेली, जौनपुर, उन्नाव, अमेठी और कौशांबी तक फैल गया। इस अवैध कमाई से उन्होंने किले जैसा घर बनवाया और अपने कारोबार को सुरक्षित बनाया।

पुलिस की सराहना

इस बड़ी कार्रवाई के लिए IG संजीव कुमार ने रेड टीम को 1 लाख रुपये और SP ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। यह मामला न केवल प्रतापगढ़ में नशीले पदार्थों की तस्करी की गहराई को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कितने सावधानीपूर्वक तरीके से अवैध कारोबार वर्षों तक चलता रहा। पुलिस के सक्रिय कदम से अब इस गहरे नेटवर्क पर लगाम लगने की उम्मीद जताई जा रही है।