तुर्की में मदद को बनारस के आपदा मोचक रवाना

तुर्की में मदद को बनारस के आपदा मोचक रवाना
  • डिप्टी कमांडेंट अभिषेक कुमार राय के नेतृत्व में भेजी गई 51 सदस्यी टीम 
  • सुरक्षा उपकरण के साथ राहत-बचाव सामग्री और दाग स्कॉयड भी टीम के साथ

वाराणसी (रणभेरी): एनडीआरएफ दस्ता केवल देश ही नहीं, देश के बाहर भी आपदा में मोचक बन रही है। इसी क्रम में भीषण त्रासदी से गुजर रहे तुर्किये के मदद के लिए मुस्तैद है। भूकंप से ध्वस्त भवनों से लोगों को सुरक्षित निकालने, घायलों-पीड़ितों की मदद के लिए वाराणसी की 11वीं बटालियन से 51 सदस्यी टीम मंगलवार को रवाना हुई। कमाडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षित बचाव कर्मियों के 51सदस्यीय दल को प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आधुनिक ख़ोज एवं बचाव के उपकरणों के साथ वाहिनी मुख्यालय चौकाघाट से एयरपोर्ट वाराणसी रवाना किया गया।  इस विशेष दल का नेतृत्व अभिषेक कुमार राय डिप्टी कमाडेंट कर रहे हैं।

मनोज कुमार शर्मा ने बताया की जरूरतमंदों को मदद करने के लिए 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीम को सभी प्रकार के राहत-बचाव के आधुनिक उपकरणों के साथ एयरपोर्ट वाराणसी से एयर फोर्स के विशेष विमान से दिल्ली भेजा गया, वहां से टीम को तुर्की के लिए रवाना किया जायेगा। टीमें राहत-बचाव सामग्री में ध्वस्त बिल्डिंग के लिए कटिंग, सर्च, ड्रिल आदि उपकरण के अलावा अस्थाई आवास के लिए टेंट, चिकित्सा, अस्थाई तौर पर प्रकाश की व्यवस्था, रस्सा, अस्थाई स्ट्रेचर, फोल्डी सीढ़ी आदि लेकर रवाना हुए है। डिप्टी कमांडेंट अभिषेक कुमार राय ने बताया कि तीसरी यूएसआर टीम उनके साथ बनारस से रवाना हुई है।

नफरी की भी एक टीम शामिल

मुख्यालय के निर्देश पर कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में  नफरी (जवानों) का दस्ता भी टीम के साथ रवाना हुआ है। इसमें डॉग स्क्वायड, डॉक्टर, फार्मासिस्ट, नर्सिंग, इलेक्ट्रिक और सिविल इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर शामिल है।

2015 में नेपाल में पहुंचाई थी राहत

वाराणसी स्थित 11वीं बटालियन का दस्ता 2015 में नेपाल में आये भूकंप में मदद के लिए वहां गया था। जवान यहां से सड़क मार्ग से गाजियाबाद गये थे, वहां से एयरलिफ्ट कर नेपाल भेजा गया था। वहीं देश में ओडिसा में साइक्लोन में मदद के लिए भी टीम एयरलिफ्ट होकर गई थी।