पुलिस टॉर्चर से टूटी महिला ब्रांच मैनेजर, 29 नींद की गोलियां खाकर दी जान देने की कोशिश
फाफामऊ थाना इंचार्ज और दरोगा पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप, ICU में भर्ती
(रणभेरी); फाफामऊ में एक निजी फाइनेंस कंपनी की महिला ब्रांच मैनेजर ने पुलिस पर टॉर्चर का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की कोशिश की है। महिला ने एक साथ 29 नींद की गोलियां खा लीं। फिलहाल उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें ICU में भर्ती कराया गया है।
महिला का नाम अभ्या पांडेय है, जो मूलरूप से गोरखपुर के बरगदवा की रहने वाली हैं। प्रयागराज में वह अरोहन फाइनेंस कंपनी में सीनियर ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। अभ्या ने सुसाइड की कोशिश से पहले एक वीडियो और एक पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने फाफामऊ थाना इंचार्ज अश्विनी सिंह और सब इंस्पेक्टर प्रमोद पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस मुझे डेढ़ महीने से घुमा रही है- वीडियो में बोलीं अभ्या
वीडियो में अभ्या कहती हैं, “पूरा फाफामऊ थाना जानता है कि मेरी ज्वेलरी किसने चुराई, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही। अश्विनी सर और प्रमोद सर ने मुझे टॉर्चर किया। डेढ़ महीने से सिर्फ गोल-गोल घुमा रहे हैं। FIR होने में सात दिन लग गए और अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं जानती हूं कि जो कदम उठा रही हूं, वो कायरता है, लेकिन क्या करूं? मेरी सारी ज्वेलरी चोरी हो गई और पुलिस बस टालमटोल कर रही है। अगर जनता की पुलिस ही पीड़ित के साथ ऐसा करेगी तो भरोसा किस पर रहेगा?” वीडियो में उन्होंने अपने माता-पिता और भाई से कहा, “मेरे जाने के बाद परेशान मत होना। मुस्कान और ज्योति में मुझे ढूंढ लेना। लल्ला को कहना कि उसकी मां कायर नहीं थी।”
27 सितंबर को दर्ज हुई थी चोरी की FIR
अभ्या ने 27 सितंबर को फाफामऊ थाने में अपनी ज्वेलरी चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। FIR के मुताबिक, वह 19 सितंबर को लखनऊ गई थीं। 22 सितंबर को लौटने पर कमरे का ताला टूटा मिला। कमरे का सामान सही था, लेकिन करीब 12 लाख रुपये की सोने की ज्वेलरी गायब थी। उन्होंने अपने ही बिल्डिंग के किरायेदारों पर शक जताया था। परिजनों का आरोप है कि FIR दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने सिर्फ औपचारिकता निभाई, कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
भाई बोला- थाना इंचार्ज ने बहन का नंबर तक ब्लॉक कर दिया
अभ्या के भाई शिवम पांडेय ने बताया कि बहन ने अपनी मेहनत की कमाई से एक-एक गहना बनवाया था। उन्होंने कहा, “वह पुलिस के चक्कर लगाती रहीं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। थाना इंचार्ज ने तो उनका नंबर तक ब्लॉक कर दिया था। आखिर में उसने परेशान होकर नींद की गोलियां खा लीं।”
पुलिस का कहना महिला डिप्रेशन में थी
डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि ज्वेलरी चोरी के मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि महिला ने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया, इसकी जांच ACP को सौंपी गई है। वहीं, थाना इंचार्ज अश्विनी सिंह ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा, “महिला डिप्रेशन में थी। इसी कारण उसने गोलियां खा लीं। चोरी का मामला जांच में है, जल्द ही आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे।”
ICU में चल रहा इलाज, हालत नाजुक
घटना के बाद पुलिस ने ही अभ्या को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों की टीम ICU में उनका इलाज कर रही है। उनकी स्थिति अब भी नाजुक बताई जा रही है।











