सिंचाई विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 25 लाख की ठगी

सिंचाई विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 25 लाख की ठगी

गोरखपुर। सिंचाई विभाग में लिपिक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख से 25 लाख रुपए की ठगी कर लेने का मामला प्रकाश में आया है। जालसाजों के इस गिरोह में सिंचाई विभाग का एक पूर्व अभियंता भी शामिल है़। पैसा वापस मांगने पर जालसाज जानमाल की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपी सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी का केस दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है़। तरकुलवा थाना क्षेत्र के वृक्षापट्टी गांव के रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख ब्रह्मा यादव की गोरखपुर क्षेत्र के एक सिंचाई विभाग के अवर अभियंता बलवंत प्रसाद सिंह से जान-पहचान थी। आरोप है़ कि अवर अभियंता बलवंत प्रसाद सिंह ने पूर्व प्रमुख को बताया कि वह कुछ ऐसे लोगों को जानता है़, जो रुपए लेकर नौकरी दिलाने का काम करते हैं। आरोपी जेई ने पूर्व प्रमुख की उनलोगों से परिचय भी करा दी। पूर्व ब्लॉक प्रमुख ब्रह्मा यादव जालसाजों के झांसे में आ गए। जालसाज सिंचाई विभाग में लिपिक की नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 25 लाख रुपए की मांग किए। पैसे का इंतजाम कर पूर्व प्रमुख ने14 अगस्त 2020 को  दो लाग रुपए अग्रिम के तौर पर उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। बाद में अवर अभियंता बलवंत के कहने पर उन्होंने 2 सितंबर 2020 को नौकरी दिलाने वाले गिरोह के अन्य लोगों के खाते में 23लाख रुपए हस्तांतरित कर दिया। लगभग साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद भी आरोपियों ने नौकरी नहीं दिलाई। जब पूर्व प्रमुख ने अपने रुपए वापस मांगे तो वे लोग टाल मटोल करने लगे। जब रुपए वापस करने के लिए पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने दबाव बनाना शुरु किया तो जालसाज परिवार सहित उनको जानमाल की धमकी देने लगे। इसके बाद उन्होंने आरोपितों के खिलाफ तरकुलवा थाने में तहरीर दी। पुलिस ने सिंचाई विभाग के पूर्व अभियंता बलवंत प्रसाद सिंह निवासी हरदिया थाना गुलहरिया, धीरज जायसवाल निवासी जेबीएल हाउस रसूलपुर गोरखपुर, सुनील सिंह गोरखपुर, प्रभाकर दुबे निवासी रघुनाथपुर, सीवान बिहार और राजीव गोयल निवासी बीपी आवास अकबर रोड नई दिल्ली के खिलाफ केस दर्ज किया है़। सीओ संजय रेड्डी ने बताया कि पूर्व जेई समेत पांच लोगों पर धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी का केस दर्ज किया गया है़। जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।