नए वर्ष से बाबा धाम में नवविवाहित लगाएंगे सात फेरे
वाराणसी (रणभेरी): जनवरी 2023 से बाबा विश्वनाथ के धाम में अग्निेदव को साक्षी मानकर सात जन्म के बंधन में बंधने का ख्वाब अगले साल से ही पूरा हो सकेगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्राचीन परंपराओं के अनुसार ही वैवाहिक और मांगलिक अनुष्ठान संपन्न होंगे। शादियों के लिए बुकिंग की शुरूआत होगी। मंदिर न्यास ने वैवाहिक आयोजनों के लिए दिल्ली की इवेंट कंपनी का चयन किया है। हालांकि नवंबर माह से ही वैवाहिक आयोजन शुरू होने थे लेकिन किसी ने भी इसके लिए कोई आवेदन नहीं किया है।नव्य, भव्य और दिव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम में नए साल से सनातन धर्मी बाबा विश्वनाथ को साक्षी मानकर गृहस्थ आश्रम की शुरूआत कर सकेंगे। प्राचीन परंपराओं के अनुसार ही धाम में वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराए जाएंगे। विवाह की बुकिंग व आयोजन के लिए कंपनी का चयन भी इन्हीं शर्तों के आधार पर ही किया गया है। बाबा विश्वनाथ का आशीष लेकर नवविवाहित जोड़े नवजीवन की शुरूआत करेंगे।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि बाबा के धाम में विवाह के लिए कंपनी को चयन हो चुका है। अभी तक विवाह की बुकिंग के लिए कोई आवेदन नहीं आया है। संभावना है कि जनवरी माह से बाबा के धाम में वैवाहिक आयोजन शुरू हो सकते हैं। कर्मकांड के साथ ही धार्मिक आयोजन व संस्कारों को भी करने की सुविधा दी जाएगी। संगोष्ठियां और सांस्कृतिक आयोजन तो आरंभ हो गए हैं। इवेंट कंपनी ही धाम में विवाह करने वालों की बुकिंग करेगी। आयोजन श्री काशी विश्वनाथ धाम की महत्ता, प्राचीन परंपरा व संस्कृति के अनुसार ही होंगे। विवाह के दौरान डीजे के साथ ही कई तरह के प्रतिबंध के साथ ही इवेंट कंपनी को चयनित किया गया है।काशी विश्वनाथ धाम में विवाह के अलावा अन्य कर्मकांड व संस्कार के लिए शुल्क का निर्धारण इवेंट कंपनी करेगी। इसमें यह ध्यान रखा गया है कि शुल्क पूरी तरह से श्रद्धालुओं की जेब के अनुसार मुफीद हो। विवाह के दौरान श्रद्धालुओं को सात्विक भोजन ही मिलेगा। शादी विवाह और सामाजिक कार्यक्रम के दौरान ऐसे किसी भी कृत्य की अनुमति नहीं होगी, जो धार्मिक रूप से अनुचित हो।