आनलाइन बाजार के मायाजाल में बिगड़ी खुदरा व्यापार की चाल
वाराणसी (रणभेरी सं.)। आनलाइन शॉपिंग बाजार के मायाजाल ने बाजार की चाल बिगाड़ कर रख दी है। पहले भारत के मेट्रो शहरों, फिर महानगरों और अब ग्रामीण इलाकों में खुद की जड़े मजबूत कर रहे आनलाइन शॉपिंग के बढ़ते क्रेज ने स्थानीय खुदरा व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी है। जीएसटी के जंजाल पिछले कई सालों से फल-फूल रहे आॅनलाइन शॉपिंग कारोबार से भले ही ग्राहक संतुष्ट हो रहे हों लेकिन इसने रिटेल बाजार को काफी प्रभावित किया है। बाजार में लाखों करोड़ों का इन्वेस्टमेंट कर के बैठे दुकानदारों की स्थिति यह है कि कई को खर्चे निकालना मुश्किल हो रहा है। फेस्टिवल सीजन में लोगों को बाजार के उठने की उम्मीद है लेकिन अमेजन, फ्लिपकार्ट, मित्रा समेत अन्य कई कंपनियों की ओर से मोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स, गारमेंट्स व जूतों समेत अन्य कई चीजों पर लुभावने आॅफरों की चकाचौंध में खुदरा दुकानदारों की दीवाली काली न हो जाए सबको यही डर सता रहा है। जैसे-जैसे लोग इंटरनेट के जाल में फंसते जा रहे हैं और आॅनलाइन कारोबार बढ़ता जा रहा है। वहीं खुदरा व्यापार दम तोड़ता जा रहा है और आने वाले समय में लाखों खुदरा व्यापारी बेरोजगार हो जाएंगे। भारत में बढ़ते हुए आॅनलाइन व्यापार एवं विदेशी थोक के बढ़ते हुए कदमों से भारत का खुदरा व्यापारी एवं छोटे दुकानदार स्तब्ध स्थिति में है और यह नहीं समझ पा रहा है कि उनका क्या होगा। आश्रित 44 करोड़ से भी ज्यादा लोगों का जिनकी आजीविका खुदरा एवं लघु व्यापारियों से चलती है, का भविष्य क्या होने वाला है की चिंता लगी हुए है। दुकानो पर बहुत काम ग्राहक बेखने को मिल रहे है। इसलिए ग्राहको को आॅनलाइन कम करके दुकान पर जा कर खरीदारी करनी चाहिए जिसे गरीबो का नुकसान न हो और सब मिल जुल कर त्योहारो का आनंद ला सके।
सस्ता सामान लुभा रहा ग्राहकों को
लोगों के मन में एक धारणा सी बैठ गई है कि बाजार में मिलने वाले सामान की अपेक्षा आॅनलाइन मिलने वाले सामान पर ज्यादा डिस्काउंट मिलता है। प्रतिस्पर्धा के चक्कर में आनलाइन कपंनियां ग्राहकों को 50 से 70 फीसद तक की छूट भी देती हैं। इससे ग्राहकों का झुकाव आनलाइन बाजार की तरफ बढ़ता जा रहा है। हालांकि कई बार ग्राहक आनलाइन शॉपिंग में ठगी का शिकार भी होते रहे और घटिया उत्पादों की आपूर्ति से कई ग्राहकों का मन भी टूटा है।
सबकुछ सिर्फ एक क्लिक पर
घर-घर इंटरनेट की पहुंच के बाद लोगों के हाथों में मौजूद स्मार्ट फोन की एप्लिकेशन स्टोरेज में मौजूद फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे एप्स में मात्र एक क्लिक में ही कपड़ा, जूता, मोबाइल, टीवी, फ्रिज, फर्नीचर यहां तक की हवन सामग्री और गोमूत्र सब कुछ घर की दहलीज पर उपलब्ध हो जा रहा है। बाजार में धक्के खाने के झंझट से मुक्ति का एहसास करते हुए युवा, महिला ग्राहक को यह खरीदारी काफी लुभावनी लगती है। ग्राहकों के इसी व्यवहार को कैश कराने की मंशा से कंपनियां भी लगातार कुछ न कुछ नए आॅफर रोज दे रही हैं।
खुदरा दुकानदारों के समर्थन में पदयात्रा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अनुमति से एवं प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल की सहमति से समाजवादी पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ ने स्थानीय खुदरा दुकानदारों के समर्थन में और आॅनलाइन मार्केटिंग के खिलाफ प्रदेशव्यापी समस्त जनपदों में समाजवादी व्यापार सभा के जिला एवं महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में दीपावली पर्व के पहले मुख्य बाजारों में ग्राहक जागरूकता पदयात्रा निकाल कर ग्राहकों को अपनी दैनिक उपयोग एवं उपभोग की वस्तुओं को अपने पास के दुकानदारों से खरीदने की अपील किया। इसी क्रम में वाराणसी में समाजवादी व्यापार सभा के महानगर अध्यक्ष रवि जायसवाल एवं जिला महासचिव राजकुमार यादव एवं संयुक्त नेतृत्व में तथा समाजवादी व्यापार सभा उप्र के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। आॅनलाइन मार्केटिंग के खिलाफ स्थानीय खुदरा दुकानदारों एवं कार्यकतार्ओं की एक ग्राहक जागरूकता पदयात्रा बुलानाला-चौक रोड स्थित नीचीबाग (डाक घर के सामने) शीतला माता मंदिर से प्रारम्भ होकर नेहरू मार्केट, मालवीय मार्केट, काल भैरव रोड, विशेश्वरगंज मंडी होते हुए मैदागिन चौराहे पर जाकर समाप्त हुआ। पदयात्रा में सभी कार्यकतार्ओं ने सामान्य जनता के बीच जाकर उनसे व्यक्तिगत रूप से अपनी दैनिक जरूरत की उपयोग एवं उपभोग की सामान एवं वस्तुओं को अपने घर के आस-पास स्थित स्थानीय खुदरा दुकानदारों से खरीदने के लिए जागरूक किया, इस ग्राहक जागरूकता पदयात्रा को सामान्य जनता एवं आस पास के दुकानदारों ने बहुत सहारा और आॅनलाइन मार्केटिंग का विरोध करते हुए स्थानीय खुदरा दुकानदारों से अब दैनिक जरूरत की सामानों को खरीदने का प्राण भी लिया। पदयात्रा में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव डॉ. अजय चौरसिया, समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष पारस नाथ जायसवाल, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश सचिव मुरलीधर जायसवाल, प्रदेश सचिव मो. अफजल सिद्दीकी, प्रदेश सचिव सुजीत गुप्ता, पार्षद अवनीश यादव विक्की, महानगर सचिव रवि यादव, दक्षिणी विधान सभा अध्यक्ष सोहन लाल चौरसिया, समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश सचिव एडवोकेट सुमित जायसवाल, प्रदीप मोदनवाल, काशी नाथ गुप्ता, अमर यादव, बबलू सेठ, शिव सेठ, चंदन केशरी, विजय जायसवाल, सत्यम श्रीवास्तव, सोहन चौरसिया, काशी नाथ गुप्ता, राजा बाबू चांद बाबू, प्रभात कसेरा, सुमित चौरसिया एवं शनि वर्मा आदि उपस्थित थे।