काशी में देव दीपावली की तैयारी पूर्ण, प्रशासन ने संभाली कमान
कमिश्नर एस. राज लिंगम ने नमो घाट से रविदास घाट तक किया निरीक्षण, 20 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना
वाराणसी (रणभेरी): प्रकाश और आस्था का पर्व देव दीपावली बस कुछ ही घंटों की दूरी पर है। काशी की पवित्र धरती इस दैदीप्यमान उत्सव के स्वागत में सजी-धजी प्रतीत हो रही है। प्रशासन ने सोमवार को सभी तैयारियों की अंतिम समीक्षा की और यह सुनिश्चित किया कि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सुबह कमिश्नर एस. राज लिंगम, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल और एडीएम आलोक वर्मा मोटरबोट के माध्यम से नमो घाट से रविदास घाट तक पहुंचे। गंगा की लहरों पर तैरते निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारियों ने घाटों पर सफाई, रंगाई-पुताई, विद्युत सजावट और प्रकाश व्यवस्था को बारीकी से परखा। घाटों की सीढ़ियों से लेकर तटवर्ती गलियों तक, हर स्थान पर विशेष प्रबंधों की पुष्टि की गई।
कमिश्नर ने बताया कि देव दीपावली के अवसर पर लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। घाटों पर पुलिस बल, एनडीआरएफ और फायर यूनिट को तैनात किया गया है, जबकि ट्रैफिक रूटों को समय-समय पर डायवर्ट करने की तैयारी भी पूरी कर ली गई है। ड्रोन संचालन पर नियंत्रण के लिए घाटों को फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है, ताकि कार्यक्रमों की सुरक्षा और गरिमा बनी रहे।
नगर आयुक्त के अनुसार, सफाई कर्मियों की ड्यूटी चौबीसों घंटे लगाई गई है और इमरजेंसी टीमों को standby मोड में रखा गया है। चेंजिंग रूम, पेयजल, चिकित्सा सहायता और शौचालयों की अतिरिक्त व्यवस्था भी कर दी गई है, जिससे आने वाले भक्तों और पर्यटकों को सुविधा मिल सके।
गंगा तट पर अब सिर्फ दीपों के जलने की देर है। लाखों दीपों की रौशनी में जब नदी चमकेगी और मंत्रोच्चार के बीच आरती की धुन गूंजेगी, तब काशी की यह दिव्यता एक बार फिर विश्व को मंत्रमुग्ध कर देगी। प्रशासन ने नागरिकों और श्रद्धालुओं से शांति और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है, ताकि यह पवित्र उत्सव शालीनता और भक्तिभाव के साथ संपन्न हो सके।











