11 मंजिला अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर के फ्लैट में लगी थी आग, 4 विभागों के अधिकारी करेंगे जांच

11 मंजिला अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर के फ्लैट में लगी थी आग, 4 विभागों के अधिकारी करेंगे जांच
  • फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू 

वाराणसी (रणभेरी): सिगरा स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सामने 11 मंजिला अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट में देर रात आग लग गई। चौथे तल के फ्लैट में आग लगने से चार घंटे तक लोगों की जान सांसत में रही। फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब जाकर अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि 44 फ्लैट के अपार्टमेंट में आग लगने की पूरी जांच होगी। इसमें आग के कारण, बचाव के उपाय और नक्शे की जांच के लिए शुक्रवार को जिला प्रशासन, वीडीए, पुलिस और अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम घटनास्थल का मुआयना करेगी। 

  • आग कैसे लगी, नहीं है साफ

अन्नपूर्णा ग्रैंडयोर अपार्टमेंट के ब्लॉक-बी में चौथे तल पर फ्लैट नंबर-401 में व्यापारी राकेश कुमार गुप्ता परिवार के साथ रहते हैं। ब्लॉक-बी में रहने वालों ने बताया कि गुरुवार की रात खाना खाने के बाद 9 बजे के लगभग राकेश गुप्ता के परिजन नीचे लॉबी में टहल रहे थे। इसी दौरान राकेश के फ्लैट में आग लगी और देखते ही देखते उसकी लपटें विकराल हो गईं। देर रात करीब एक बजे आग बुझाई जा सकी।आग की लपटों की जद में बगल के फ्लैट नंबर 402, 403 और 404 भी आ गए। इसी बीच गैस सिलेंडर और एसी कंप्रेशर फटने से हुए धमाकों से लोग दहल उठे। आनन-फानन सूचना पुलिस को दी गई तो अग्निशमन विभाग के कर्मी आए और आग बुझाने का काम शुरू हुआ। फायर ब्रिगेड का हाइड्रोलिक प्लेटफार्म चौथे तल तक पहुंचा तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। आग कैसे लगी इसकी वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। किसी का कहना था कि राकेश के फ्लैट में स्थित मंदिर में जल रहे दीये से आग लगी है। किसी का कहना था कि एसी का कंप्रेशर फटने से आग लगी है। इस बीच आग की भयावहता को देखते एनडीआरएफ की 11 बटालियन के जवान, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर एंबुलेंस के साथ पहुंच गए थे। 

  • 50 से ज्यादा लोग किए गए रेस्क्यू 

11 मंजिला अपार्टमेंट के चौथे तल में आग लगने के कारण उसके ऊपर रहने वाले कई बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे फंस गए थे। दमघोटूं धुएं के बीच उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। इस बीच दमकल कर्मियों और पुलिस के जवानों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए 50 से ज्यादा महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अपार्टमेंट से सुरक्षित बाहर निकाला। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि अग्निकांड में न किसी की मौत हुई है और न कोई झुलसा है। अग्निशमन विभाग ने अच्छे तरीके से आग को एक फ्लोर में ही बुझा दिया। 

  • अपार्टमेंट में रहने वालों ने बिल्डर पर लगाए आरोप

अपार्टमेंट में आग लगने वाले के बाद वहां रहने वालों ने बिल्डर पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया। इसके साथ ही दमकल विभाग और पुलिस-प्रशासन की सराहना की। फ्लैट नंबर 804 में रहने वाले संजय सिंह ने कहा कि अपार्टमेंट में आग से सुरक्षा के पर्याप्त उपाय नहीं हैं। बिल्डर की ओर से अपार्टमेंट में रखे गए लोगों ने आग बुझाने में किसी तरह की मदद नहीं की। यहां तक कि अपार्टमेंट के छत का दरवाजा भी बंद था, जिसे दमकल कर्मियों ने तोड़ा। योगेश सोनेवाला ने कहा कि महिलाएं और बुजुर्ग आग लगने के कारण फंस गए थे। सुरक्षा के कोई उपाय अपार्टमेंट में नहीं दिखे। प्रतीक गोयल ने कहा कि हमारे फ्लैट में बूढ़ी मां, गर्भवती महिला और छोटा भाई था।

इन लोगों को कोई मदद नहीं मिल पाई थी। दमकल कर्मियों की मदद से सभी सुरक्षित बाहर निकाले गए। फ्लैट में रहने वाले सत्येंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आग बहुत भयावह थी। बड़े नुकसान का डर था। दमकल कर्मियों ने बहुत अच्छा काम किया। फ्लैट में रखे सामानों का नुकसान तो हुआ लेकिन किसी को शारीरिक रूप से क्षति नहीं हुई। उधर, वरुणा जोन के डीसीपी आदित्य लांग्हे ने कहा कि निरीक्षण में हमें अपार्टमेंट में अग्निशमन यंत्र दिखे थे। आग से सुरक्षा के लिए सही प्रबंध किए गए थे या नहीं किए गए थे, यह शुक्रवार को होने वाली जांच में स्पष्ट हो जाएगा।