दरोगा को गोली मारने वाले बदमाश मुठभेड़ में ढेर
- दरोगा को गोली मारने वाले बदमाश मुठभेड़ में ढेर
- गोलियों की आवाज से थर्राया इलाका, तीसरा बदमाश फरारा
- बिहार पुलिस दोनों की कर रही थी तलाश
वाराणसी (रणभेरी): सोमवार की सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में दो बदमाशों को ढेर कर दिया। मुठभेड़ भेलखा गांव के पास रिंग रोड पर हुई। आमने-सामने की तकरीबन 15 राउंड से ज्यादा की फायरिंग में बिहार निवासी दो सगे भाई मारे गए। दोनों का एक अन्य भाई पुलिस को चकमा देकर भाग गया। पुलिस के अनुसार, तीनों हाल ही में पटना की बाढ़ जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे। बिहार पुलिस को उनकी सरगर्मी से तलाश थी। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच का एक सिपाही भी घायल हुआ है। दोनों बदमाश रोहनिया क्षेत्र में दरोगा को गोली मारकर सरकारी पिस्टल, कारतूस, पर्स और मोबाइल लूटे थे। दोनों के पास से दरोगा की सरकारी पिस्टल, 32 बोर की देसी पिस्टल, एक बाइक, मोबाइल और कुछ डॉक्यूमेंट बरामद हुए।
बिहार पुलिस ने की शिनाख्त
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि बिहार पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाना के गोलवा निवासी सगे भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष सिंह के तौर पर हुई। पुलिस टीम को चकमा देकर भाग निकला बदमाश उनका भाई लल्लन सिंह है। तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं। तीनों की डीटेल्ड क्रिमिनल हिस्ट्री बिहार पुलिस से मांगी गई है।
सर्विलांस की मदद से मिली सफलता
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि दरोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार लगी हुई थीं। सुबह सर्विलांस की मदद से पता लगा कि घटना में वांछित 3 बदमाश भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजर रहे हैं। इस पर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो वह फायरिंग शुरू कर दिए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच के सिपाही शिव बाबू भी घायल हुए हैं। पुलिस सभी को अस्पताल लेकर गई। अस्पताल में दोनों बदमाशों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से भाग निकले एक बदमाश की तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं। वहीं, सिपाही के दाएं हाथ को छूते हुए गोली निकली थी।
8 नवंबर की शाम मारी थी दरोगा को गोली
लक्सा थाने में तैनात 2015 बैच के दरोगा अजय यादव मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के भीखमपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने रोहनिया थाना के जगतपुर क्षेत्र में प्लाट खरीदा है। अब वहीं मकान बनवा रहे हैं। बीती 8 नवंबर की शाम वर्दी पहने हुए अजय अपनी बुलेट से अपने प्लॉट पर जा रहे थे। जगतपुर नहर क्षेत्र के पास मास्क लगाए हुए तीन बदमाशों ने उन्हें घेर कर रोक लिया। कहासुनी और गाली गलौज के साथ ही तीनों बदमाश अजय के साथ हाथापाई करने लगे। दो बदमाशों को अजय ने दबोच लिया था। उसी दौरान तीसरे ने उनकी कमर से पिस्टल निकाल कर उनके सीने में दाईं ओर गोली मार दी थी। गोली मारने के साथ ही बदमाश अजय की सरकारी पिस्टल, 10 कारतूस, पर्स और मोबाइल छीन लिए थे। इसके बाद असलहा लहराते हुए भाग निकले थे। अस्पताल में ऑपरेशन कर गोली निकाली गई थी और अब वह स्वस्थ हैं। घटना के खुलासे के लिए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में 10 तेज तर्रार दरोगा की एसआईटी गठित की थी।
आखिरी बार इनामी सोनू सिंह मुठभेड़ में ढेर हुआ था
वाराणसी में इससे पहले 21 मार्च 2022 को यूपी-एसटीएफ ने लोहता क्षेत्र में नरोत्तम पुर निवासी दो लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू को मुठभेड़ में मार गिराया था। 36 आपराधिक मुकदमों के आरोपी मनीष के पास से कारबाइन और .32 बोर की फैक्ट्री मेड पिस्टल और 20 कारतूस बरामद हुआ था।