काशी नरेश की बेटियों ने की अपनी जमीन पर से कोयला मंडी हटाने की मांग : DM को लिखी पत्र, कहीं- न्याय नहीं मिला तो सीएम के पास जाऊंगी

वाराणसी (रणभेरी): काशी नरेश की बेटियों, महाराजकुमारी विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया ने कोदोपुर स्थित अपनी जमीन से कोयला भंडारण हटवाने के लिए डीएम वाराणसी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि अब नगर निगम क्षेत्र बढ़ने और आबादी बढ़ जाने के कारण कोयला डिपो से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
महाराजकुमारी विष्णु प्रिया ने बताया कि साल 2020 में कानपुर के व्यापारी वीरेंद्र गुप्ता ने दीपावली के समय छह बीघा जमीन किराए पर लेकर कोयला डिपो खोला था। हालांकि शुरुआत में यह केवल गाड़ियों से व्यापार का था, लेकिन कुछ ही महीनों में व्यापारी ने बड़े पैमाने पर कोयले का भंडारण शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, “व्यापारी का एग्रीमेंट अब समाप्त हो गया है। जब हमने जमीन खाली करने के लिए कहा तो वह केवल कुछ दिन का समय बताकर कई महीनों से जमीन पर कब्जा बनाए हुए है। अब उसकी मंशा जमीन पर कब्जा करने की लग रही है। इसलिए डीएम से इसे खाली करवाने की मांग की गई है।”
महाराजकुमारी ने यह भी कहा कि कोयले के भंडारण से सड़कों पर धूल जमा हो रही है, जो हवा में उड़कर लोगों के घरों में जा रही है। इससे श्वसन संबंधी बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ गया है।
पत्र में महाराजकुमारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जमीन खाली नहीं कराई जाती है तो वे दीपावली के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाएंगी।
इससे पहले साल 2021 में स्थानीय लोगों के विरोध और धरने के बाद प्रशासन ने डिपो को सील किया था। उस समय भाजपा महानगर कार्यसमिति के सदस्य विमलेश कुमार सिंह और स्थानीय लोगों ने प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए डिपो बंद कराने की मांग की थी। डिपो संचालक ने कानूनी प्रक्रिया का हवाला देते हुए इसे बंद नहीं किया। बाद में प्रशासन, राजस्व, खनन, आरटीओ और पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच के बाद डिपो को सील किया था, जिसे कोर्ट के आदेश और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुनः खोला गया।