वाराणसी में पुलिस चौकी से निकलते ही फरियादी की मौत, पड़ोसी से विवाद की शिकायत करने पंहुचा था वृद्ध

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र में कुएं के पानी की निकासी को लेकर हुए दो पक्षों में मारपीट में एक पक्ष के मोती राजभर (62) की मौत हो गई। गांव से परिजन और चोलापुर पुलिस अस्पताल पहुंची। पुलिस ने चिकित्सकों से जानकारी और परिजनों से संवाद के बाद शव को कब्जे में ले लिया। परिजनों की तहरीर के बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।जरियारी गांव के रहने वाले मोती राजभर और पुतुल राजभर के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।
बताया गया है किगुरुवार को कुएं से निकल रहे पानी की नाली को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ। पुतुल राजभर के बेटों ने मोती राजभर के बेटे और मोती राजभर की जमकर पिटाई कर दी। सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पीआरबी ने दोनों पक्ष को चोलापुर थाने के दानगंज चौकी पर देर शाम लाया।
यहां पर मोती राजभर के बेटे नत्थू राजभर ने बताया कि पिता का एकलौता बेटा हूं। पुतुल राजभर के बेटों ने विवाद के दौरान पिताजी की पिटाई की। आरोप लगाया की दीवार में लड़ाकर मोती राजभर मारा।उसका कहना था कि पुलिस इस मामले में कार्रवाई करें। उसे शनिवार को मुंबई लौटना था। आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में शिथिलता बरती है। मोती राजभर के सिर में लगी चोट से उनकी मौत हुई है।
थानाध्यक्ष चोलापुर ने बताया कि जरियारी गांव निवासी मोती राजभर (62 वर्ष) का पड़ोसियों से नाली का पानी निकालने को लेकर विवाद हो गया था। इस विवाद में दोनों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। मोती का आरोप था कि पड़ोसियों ने उसे पीटा है। मामले में देर शाम मोती राजभर स्थानीय एक राजनेता रमेश राजभर के साथ पुलिस चौकी पहुंचे और वहां से थाने आ रहे थे। इसी दौरान मोती राजभर को सीने में दर्द होने लगा और हार्टअटैक का गया। दर्द के बीच उनकी तबियत बिगड़ गई और सड़क पर गिर पड़े। आनन फानन में चोलापुर स्थित अस्पताल लाया गया जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया और पुलिस-परिजनों को मौत की सूचना दी। हालांकि परिजनों ने अभी तक पुलिस पर कोई आरोप नहीं लगाया है। उनका कहना है कि चौकी परिसर में मौत नहीं हुई है, शिकायत के बाद चोलापुर थाने आते समय हार्ट अटैक से मौत हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है, इसके बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।