'आखिर क्या बात है जो अमेठी से भाग खड़े हुए राहुल, लगता है हार का डर सता रहा

'आखिर क्या बात है जो अमेठी से भाग खड़े हुए राहुल, लगता है हार का डर सता रहा

गोरखपुर। सांसद रवि किशन ने कहा लगता है राहुल गांधी को हार का डर सता रहा है। यह डर अमेठी से दोबारा हार का है। आखिर क्या बात है जो वो यहां से भाग खड़े हुए? क्या उन्हें खुद पर भरोसा नहीं है। गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ल ने राहुल गांधी के अपनी परंपरागत सीट अमेठी से चुनाव न लड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ने पर तंज कसा है। सांसद रवि किशन ने कहा लगता है राहुल गांधी को हार का डर सता रहा है। यह डर अमेठी से दोबारा हार का है। आखिर क्या बात है जो वो यहां से भाग खड़े हुए? क्या उन्हें खुद पर भरोसा नहीं है। सूत्रों का कहना है कि कल देर रात एक बैठक में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया था। इसको लेकर भी भाजपा राहुल पर निशाना साथ रही है।

उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक नहीं थे
राहुल गांधी ने अमेठी सीट छोड़कर कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जानी वाली रायबरेली लोकसभा सीट से नामांकन करने का फैसला किया। इस तरह से गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी का रायबरेली से राजनीतिक सफर शुरू होगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी नेताओं को लंबे समय तक मान मन्नौवल करना पड़ा। सूत्रों का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। यही वजह है कि इन दोनों सीटों पर पार्टी के नेता भी कुछ भी कहने से बचते रहे।

अमेठी से चुनाव लड़ने से राहुल का साफ इनकार
कल देर रात बैठक में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया। ऐसे में उन्हें विरासत का हवाला देकर रायबरेली के लिए मनाया गया। पार्टी नेताओं का मानना है कि विपरीत परिस्थितियों में भी रायबरेली की जनता ने कांग्रेस का हाथ नहीं छोड़ा था। अभी भी वहां पार्टी को लेकर उत्साह है। यह कांग्रेस के लिए प्रदेश की सबसे सुरक्षित सीट है। इस वजह से इस सीट को नही छोड़ा जा सकता है। इस पर राहुल ने हामी भरी।