Sawan 2025: बाबा विश्वनाथ धाम में खास इंतजाम, इन 5 रास्तों से मिलेगी मंदिर में एंट्री, जानें दर्शन प्रक्रिया और शृंगार की तिथियां

Sawan 2025: बाबा विश्वनाथ धाम में खास इंतजाम, इन 5 रास्तों से मिलेगी मंदिर में एंट्री, जानें दर्शन प्रक्रिया और शृंगार की तिथियां

वाराणसी (रणभेरी): पवित्र सावन महीने की शुरुआत  11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा। सावन में बाबा काशी विश्वनाथ धाम लाखों भक्त पहुंचते हैं। माना जा रहा है, कि इस बार सावन में  2 करोड़ से ज्यादा महादेव के भक्त काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। सावन में भगवान भोले नाथ 4 स्वरुपों में भक्तों को दर्शन देते हैं। हर सोमवार को काशी विश्वनाथ का अलग स्वरुप दिखता है, जिसका दर्शन करके भक्त निहाल होते हैं। इस बार 4 सोमवार होंगे। 2024 में सावन के 5 सोमवार पड़े थे और 1.65 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए थे।

मंदिर प्रशासन ने भक्तों की संख्या को देखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं। कुल 5 मार्गों से मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था की गई है, ताकि लाखों भक्तों को सुगमता से बाबा विश्वनाथ का दर्शन मिल सके। सावन के महीने में सुगम दर्शन और VIP प्रोटोकॉल पर रोक लगा दी गई है।

काशी के लोकल लोगों को अतिरिक्त सुविधा देते हुए सुबह और शाम को 1-1 घंटे का अतिरिक्त दर्शन का टाइम रिजर्व किया गया है। वाराणसी के लोग काशी द्वार से आ-जा सकेंगे। भक्त स्मार्टवॉच और मोबाइल मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे। वहीं इस बार गंगा द्वार से दर्शन बंद रहेगा। केवल 5 रास्तों से श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। 

काशी विश्वनाथ मंदिर के CEO विश्व भूषण मिश्र ने कहा- धाम में सभी द्वारों से दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश रूट तय होता है। मगर गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ललिता घाट (गंगा द्वार) से श्रद्धालुओं का प्रवेश कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। अब केवल पांच गेटों से ही दर्शन होंगे। इसमें गेट नं. 4, नंदू फेरिया, सिल्को, ढुंढिराज और सरस्वती फाटक प्रवेश मार्ग शामिल हैं।

मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया- स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर एवं नगर के विभिन्न स्थलों पर भगवान विश्वनाथ की आरती एवं श्रृंगार के डिजिटल दर्शन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी भगवान के दर्शन की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग की जाएगी।

  • सावन महीने में प्रोटोकॉल दर्शन/विशेष दर्शन की सुविधा नहीं होगी। ऐसे में किसी प्रकार के प्रलोभन या बहकावे में न आएं। अगर कोई व्यक्ति विशेष दर्शन के नाम पर धन मांगता है या अपनी दुकान से प्रसाद लेने पर दर्शन में सहायता का दावा करता है, तो वह आप को ठगने का प्रयास कर रहा है, उसकी शिकायत पुलिस या मंदिर कार्मिक से करें।
  • सावन महीने के दौरान विशेष तौर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में मंदिर तक पहुंचने के लिए अलग-अलग कतार में 8 से 10 घंटे की अवधि भी लग सकती है, इसलिए श्रद्धालु खाली पेट दर्शन करने के लिए न पहुंचे। वह अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।
  • मंदिर में प्रतिबंधित सामग्री जैसे मोबाइल, इयरफोन, स्मार्ट वॉच, पेन, बैग अथवा धातु की वस्तुएं अपने आवास या होटल पर ही छोड़ कर आएं।

बाबा के जलाभिषेक की व्यवस्थाएं भी जानिए...

काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह के चारों गेटों पर लगे पाइप से भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, फूल अर्पित कर सकेंगे।
हर भक्त को 2 से 4 सेकेंड का टाइम मिलेगा, उसी में पूजा करनी होगी।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक कहना है कि गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
बाबा का जलाभिषेक बाहर से ही होगा।
मंदिर में चारों द्वार से श्रद्धालुओं का प्रवेश और निकास होगा।
जिस द्वार से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे उसी रास्ते से उनकी वापसी करेंगे।