वाराणसी में युवक की हत्या: रॉड-लाठी और धारदार हथियार से किया था घायल, दोस्त को बचाने में गई जान, परिजनों ने कार्रवाई की उठाई मांग

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र में 14 अगस्त को हुए हमले में घायल युवक सूरज सोनकर ने इलाज के नौवें दिन दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और एंबुलेंस समय पर न मिलने के कारण सूरज की जान नहीं बच सकी।
घटना के दिन सूरज अपने दोस्त अन्नू के साथ कोल्ड ड्रिंक पी रहा था। तभी मनीष कुमार और अरुण उन्हें रेलवे किनारे ढेलवरिया इलाके में बुलाकर ले गए और धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में सूरज के पेट, पीठ और कमर पर गंभीर चोटें आईं, जबकि अन्नू को बचाने में उसके हाथ भी घायल हुए। हमलावर वारदात के बाद फरार हो गए।
घायल सूरज को मंडली अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। परिजनों का कहना है कि एंबुलेंस नहीं मिलने पर वे उसे बाइक से ही ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे। लेकिन इलाज के बावजूद 9वें दिन सूरज की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि आरोपियों के खिलाफ 14 अगस्त को ही तहरीर दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मृतक के भाई ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर धमकी देते हुए केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
मामले में एसओ जैतपुरा बृजेश मिश्रा ने कहा कि घटना पूर्व विवाद के चलते हुई है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने फरार हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।