संस्कृत विश्वविद्यालय: कैंपस में पशु दिखने पर कटेगा प्रोफेसर का वेतन
वाराणसी (रणभेरी): सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में G 20 सम्मेलन की बैठक को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक अजीबो-गरीब फरमान जारी किया है। कैम्पस में पालतू जानवर दिखने या घूमने पर जुर्माना लगाया जाएगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। यह जुर्माना एक या दो हजार रुपए तक हो सकता है। साथ ही जो कैम्पस में रहने वाले प्रोफ़ेसर, कर्मचारियों और अधिकारियों की सैलरी से ही काट ली जाएगी। यह फरमान आज विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार गर्ग ने जारी किया है। प्रो. गर्ग ने कहा कि पहली बार पशु घूमते हुए दिखने पर 1 हजार और दूसरी बाद दिखा तो 2 हजार रुपए अर्थदंड लगेंगे।
यह पैसा प्रोफेसरों और कर्मचारियों के वेतन से ही काट लिया जाएगा। विश्वविद्यालय के इस फैसले से कैंपस में हड़कंप मचा हुआ है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. गर्ग ने बताया कि कुलपति की अध्यक्षता में डीन और HOD के साथ बैठक करके यह फैसला लिया गया है। विश्वविद्यालय के सभी प्रोफेसरों और कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि विश्वविद्यालय में अपने आवास से बाहर गाय और भैंसे बांधने या गाय / भैंसें छुट्टा घूमते हुए पाईं गईं तो संबंधित अध्यापक, अधिकारी या कर्मचारी के वेतन से प्रति पशु 1000 रुपए मात्र काटे जाएंगे। यदि, दूसरी बार ऐसा हुआ तो प्रति पशु 2000 रुपए उनके वेतन से काट लिया जाएगा।