महाकुंभ के श्रद्धालुओं की भीड़ का काशी में पलट प्रवाह
वाराणसी (रणभेरी सं.)। महादेव की नगरी काशी में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की पहली टोली आज काशी में दस्तक देगी। महाकुंभ के शाही स्नान का पलट प्रवाह आज से लगातार 45 दिन काशी में प्रभावी रूप से दिखेगा। हाईवे से लेकर शहर तक पर्यटक, श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए पुलिस प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। सड़कों से लेकर गंगाघाटों और मंदिरों में जोन और सेक्टर बांटकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर, कालभैरव, संकटमोचन समेत अस्सी और दशाश्वमेध घाट वहीं गंगा घाटों को जाने वाले रूट बैरिकेड किए गए हैं, संवेदनशील स्थलों पर बैरियर लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए वाराणसी जिले के अलावा रेंज और जोन के जिलों से अतिरिक्त फोर्स मंगाया गया है। वाराणसी में आज गंगााघाटों, मंदिरों और पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ जुटेगी, बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का मूवमेंट काशी में हो रहा है। गंगाघाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है तो दर्शन-पूजन करने वाले कतार में लगे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में आधी रात से सभी गेटों पर श्रद्धालु जुटे हैं। मंगला आरती से पहले हजारों लोग मंदिर की रेलिंग में प्रवेश कर चुके हैं।
चारों गेट से श्रद्धालुओं को झांकी दर्शन कराए जा रहे
काशी विश्वनाथ मंदिर में आज आधी रात से श्रद्धालु गंगा घाट से स्नान के बाद दर्शनार्थियों ने मंदिर गेट पर हैं। गंगाद्वार और ढुंढिराज गेट पर सबसे लंबी लाइन है, जिसमें हजारों श्रद्धालु कतारबद्ध हैं। मंदिर के अंदर से लेकर बाहर तक हर हर महादेव का जयघोष हो रहा है। वहीं भक्त पूरे श्रद्धाभाव से बाबा के दर्शन कर रहे हैं। चारों गेट से श्रद्धालुओं को झांकी दर्शन कराए जा रहे हैं।
शंखनाद के बीच बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह के कपाट खोले गए। मंगलवार भोर में मंदिर न्यास ने 2.45 बजे काशी पुराधिपति के गर्भगृह में दर्शन दिए। मंदिर के पुजारी ने बाबा की शयन शैय्या से जगाया और मंगला आरती का शंख बजाया। बाबा विश्वनाथ को पंच गव्य और शहद समेत षोडशोपचार विधि से अभिषेक करते हुए पूजन शुरू किया। भव्य अभिषेक, श्रृंगार और आरती के बाद बाबा का दर्शन आम लोगों के लिए शुरू किया गया। मंगला आरती में शामिल श्रद्धालुओं के पूजन के साथ ही परिसर हर हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा। धाम में लगभग 40-50 हजार लोग लगे हैं, वहीं गोदौलिया से चौक तक भारी भीड़ है।
महाकुंभ के दौरान रोज 20-25 लाख भक्तों के आने का अनुमान
महाकुंभ के दौरान काशी में भी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी। मंदिर न्यास का अनुमान है कि रोज करीब 20 लाख श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आएंगे। इस दौरान बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी। सिर्फ झांकी दर्शन कर सकेंगे। इस बीच सोमवार, पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दिन वीआईपी प्रोटोकॉल पर भी रोक रहेगी। महाकुंभ के अन्य दिनों वीआईपी प्रोटोकॉल होगा, सुबह मंगला आरती की समाप्ति से लेकर दोपहर दो बजे तक किसी भी प्रकार का विशिष्ट अनुरोध स्वीकार नहीं किया जाएगा। दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक ही विशिष्ट अनुरोध स्वीकार किए जाएंगे। विशिष्ट अनुरोध के अंतर्गत भी स्पर्श दर्शन की व्यवस्था नहीं प्रदान की जाएगी।
पर्यटन विभाग ने बनाई 9 हेल्प डेस्क
पर्यटन विभाग के उप निदेशक के निर्देशन में प्रमुख चौराहों पर 9 हेल्पडेस्क बने हैं,जिस पर ड्यूटी लगी है। दोनों जगहों पर रैनबसेरे श्रद्धालुओं की सुविधा क्रियाशील है। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया गया कि 13 रैनबसेरे स्थायी तथा 19 अस्थायी रैनबसेरे बनाये गये हैं तथा 15 और अस्थायी रैनबसेरों को क्रियाशील किया गया है ताकि अधिकाधिक लोगों को आश्रय दिया जा सके।
बनारस समेत आसपास के जनपदों से मंगाया फोर्स
पलट प्रवाह में उमड़ने वाली भीड़ और महाकुंभ के मददेनजर वाराणसी जोन और रेंज से सुरक्षा बलों को बुलाया गया है। भीड़ को संभालने के लिए शहर में 55 जगह चिह्नित की गई हैं। इन जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं। इसके अलावा आठ आईपीएस अफसर, 10 एएसपी, 18 डीएसपी/एसीपी भी अलग-अलग जोन में सुरक्षा संभालेंगे। इसी तरह श्री काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र को 8 जोन में बांटा गया है। 13 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांट कर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई है। यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 8 टैफिक इंस्पेक्टर, 24 टैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कॉन्स्टेबल और 300 से ज्यादा होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
स्पर्श दर्शन पर रोक, केवल मंगला आरती का टिकट मिलेगा
मंदिर न्यास ने महाकुंभ के दौरान आरती और भोग का नया शेड्यूल जारी किया है। मकार संक्रांति से महाशिवरात्रि के बाद 28 फरवरी तक बाबा के स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह से रोक रहेगी। केवल मंगला आरती के लिए ही टिकट प्रदान किए जाएंगे। वहीं आरती के समय में परिवर्तन किया गया है। हालांकि महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को काशी विश्वनाथ के कपाट बंद नहीं होंगे। रातभर कपाट खुले रहेंगे। वाराणसी में महाकुंभ के 45 दिन रोज करीब 20 लाख भक्तों के आने का अनुमान है। 26 फरवरी तक का शेड्यूल मंदिर न्यास और पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। बुधवार की भोर में 2.45 बजे बाबा की मंगला आरती रोज के समय से पहले है। हालांकि इससे पहले मंदिर के चारों गेट पर श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली।