गोरखपुर: साइबर ठगों की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर युवती ने की आत्महत्या

(रणभेरी): गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव की 27 वर्षीय युवती ने गुरुवार की रात फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि साइबर ठगों ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और रुपये न देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
60 हजार रुपये भी दे चुकी थी पीड़िता
पुलिस जांच में सामने आया है कि युवती को कुछ दिनों से अज्ञात इंटरनेट नंबर से कॉल आ रहे थे। कॉल करने वाले उससे लगातार रुपये की मांग कर रहे थे। युवती डर के चलते अब तक 60 हजार रुपये से अधिक ठगों को भेज चुकी थी, लेकिन जब उसने रुपये भेजना बंद कर दिया तो धमकियां और बढ़ गईं।
मां के नाम छोड़ा भावुक वीडियो संदेश
आत्महत्या से पहले युवती ने अपनी मां के नाम एक वीडियो संदेश छोड़ा। इसमें उसने कहा—
“अम्मा! मुझे माफ कर देना। इन्होंने मेरा वीडियो बनाकर मुझे बहुत परेशान किया। आपको इसलिए नहीं बताया क्योंकि आप परेशान हो जातीं। मेरे नसीब में यही लिखा था। मैं बुरी तरह फंस गई हूं और अब इससे छुटकारा चाहती हूं।”
परिजनों को भी आ रहे थे धमकी भरे कॉल
घटना के बाद जब परिजनों ने युवती का मोबाइल उठाया तो उसमें लगातार कॉल आ रहे थे। परिवार ने कॉल रिसीव किया तो उधर से ब्लैकमेलर ने कहा—“मेरा फोन क्यों नहीं उठा रही हो, भूल गई क्या…?” जब परिवार ने बताया कि युवती ने आत्महत्या कर ली है, तो सामने वाला कॉल काटकर भाग गया।
पुलिस को मिले महत्वपूर्ण साक्ष्य
पुलिस को युवती के मोबाइल से कई स्क्रीनशॉट, ऑडियो और वीडियो मिले हैं जिनमें ठग रुपये मांगते और वीडियो वायरल करने की धमकी देते दिख रहे हैं। थाना प्रभारी अंजुल कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मामला साइबर ठगी का है, तहरीर मिली है और मोबाइल की जांच कराई जा रही है।
भाई ने दर्ज कराई तहरीर
युवती के बड़े भाई ने पुलिस को तहरीर देकर न्याय की मांग की है। उन्होंने लिखा कि बहन को ब्लैकमेल करके रुपये वसूले गए। ठगों की धमकी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
साइबर विशेषज्ञ की चेतावनी
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि कोई ब्लैकमेलर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपये मांगे तो किसी भी स्थिति में रुपये न दें।
तुरंत सबूत इकट्ठा करें। cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें। पुलिस तत्काल कार्रवाई करती है। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मोबाइल में मौजूद साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।