चाइनीज मंझे के खिलाफ काशी में जनांदोलन
वाराणसी (रणभेरी सं.)। महामृत्युंजय मंदिर के महंत एवं सपा नेता किशन दीक्षित के नेतृत्व में काशीवासियों ने रविवार को टाउन हॉल के गांधी प्रतिमा के समक्ष उपवास रखकर कातिल मांझे के खिलाफ आवाज मुखर की। लोगों ने मुंह पर काली पट्टी और हाथों में तख्तियों के जरिये कातिल मांझा के खिलाफ मोर्चा खोला। किशन दीक्षित ने कहा कि आए दिन कातिल मांझे की खबरें सुनने को मिलती हैं। कई लोग घायल हो रहे हैं, कई जान गंवा रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि जब कानून ने कातिल बने चाइनीज मांझे पर रोक लगाई है, तो यह बिक कैसे रहा है? सरकार और प्रशासन के अधिकारी इस मुद्दे पर गंभीर नहीं हैं? पूर्व पार्षद मनोज यादव ने कहा कि कातिल मांझे के कारण कई परिवारों को दर्द और पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों के घर के दीपक बुझ गए हैं। लेकिन इसके बावजूद भी शासन, सत्ता और अधिकारी इस मुद्दे पर चुप हैं। यह समय है जब हमें अपने सत्ता और अधिकारियों से सवाल पूछने चाहिए। कहा कि हमें उनसे पूछना चाहिए वे कातिल मांझे की बिक्री पर रोक लगाने के लिए क्या कर रहे हैं। हमें उनसे पूछना चाहिए कि वे लोगों की जान की परवाह क्यों नहीं करते हैं। यह समय है जब हमें एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़नी चाहिए। उपवास पर बैठे राहुल गुप्ता, अनिल यादव, अमित चौबे, राघव यादव सहित अन्य लोगों ने मांग की कि सरकार मांझे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। लोगों ने कहा कि वे मांझे के खिलाफ लड़ते रहेंगे और इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहेंगे।
अपने जान की सुरक्षा करें स्वयं : रविकांत विश्वकर्मा
पूर्व पार्षद ने जालीदार नुमा सुरक्षा कवच खुद पहन किया भ्रमण, लोगों को किया जागरूक
वाराणसी (रणभेरी सं.)। कई दिनों लगातार चाईनीज मंझे से गर्दन, नाक और मुँह कट जाने के कारण लोग घायल और उनके मौत हो जाने की घटना हो रही है। जिससे आहत होकर और डर कर सपा के पूर्व पार्षद रविकान्त विश्वकर्मा ने अपने जान माल और गर्दन की सुरक्षा के लिये एक स्टील की विशेष गोल जालीदार नुमा सुरक्षाकवच खुद पहनकर चल रहें है। पूर्व पार्षद ने दशाश्वमेध घाट पर माँ गंगा से सबके सलामति के लिये विधवत पूजन किया। उसके बाद हाथ मे सुरक्षा संदेश और सर पर सुरक्षाकवच धारण कर गोदौलिया चौराहे होते हुए बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर चलने लगे। जिसे सभी यात्रीगण उत्सुकता वश देख रहें थे। लोग उनके संदेश की सराहना कर रहें थे। रविकांत ने कार्यक्रम के माध्यम से जिला प्रशासन से मांग की है कि जितने भी चाईनीज मंझे पकड़े जा रहें है, उसे सर्वाधिक तौर पर नष्ट करने के लिये उसे जला दिया जाए जैसे होलिका दहन होता है।