अभेद सुरक्षा घेरे में रहेंगे पीएम मोदी

अभेद सुरक्षा घेरे में रहेंगे पीएम मोदी
  • एसपीजी के कब्जे में कार्यक्रम स्थल एम्फी थिएटर मैदान, प्रवेश वर्जित
  • बीएचयू हेलीपैड पर सेना के हेलीकाप्टर ने की रिहर्सल लैंडिंग 

वाराणसी (रणभेरी): काशी तमिल संगमम की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। 19 नवंबर को पीएम मोदी वाराणसी आएंगे और काशी तमिल संगमम का उद्घाटन करेंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। ऐसे में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पांच चक्रीय सुरक्षा घेरे में पीएम रहेंगे। बीएचयू कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री एसपीजी के घेरे में रहेंगे तो एसपीजी स्नाइपर्स से लेकर एटीएस कमांडो, स्पेशल एसआई टीम और अंतिम घेरे में स्थानीय पुलिस मौजूद रहेगी। सीसीटीवी कैमरे एम्फी थिएटर मैदान और हैलीपैड की पल-पल की गतिविधियों पर आंखें गड़ाए रहेंगे। सेना के तीन हेलीकॉप्टर बुधवार को ही पहुंच गए थे। शुक्रवार को एसपीजी ने फ्लीट का ग्रैंड रिहर्सल किया। वही, बाबतपुर एयरपोर्ट से बीएचयू हेलीपैड तक टच एंड गो का रिहर्सल किया गया। उधर, एम्फी थिएटर मैदान में कार्यक्रम स्थल को एसपीजी ने अपने कब्जे में ले लिया है। बाहरियों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। केवल काम करने वाले मजदूर और सुपरवाइजर को उनका पहचान पत्र देखकर प्रवेश दिया जा रहा है। एसपीजी ने शुक्रवार को भी कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया साथ ही स्थानीय अधिकारियों के साथ सुरक्षा को लेकर चर्चा भी की। पीएम हेलीपैड से कार से एमफी थियेटर तक आएंगे।

  • सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

एसपीजी के साथ ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक न हो, इसके लिए गुरुवार से ही कैंपस को एसपीजी ने कब्जे में ले लिया। गुरुवार को बीएचयू प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस संग भी एसपीजी अधिकारियों की बैठक होगी।

  • भाजपा करेगी तमिल मेहमानों का भव्य स्वागत

ऐतिहासिक नगरी काशी भारत की दो पौराणिक संस्कृतियों के मिलन की गवाह बनने जा रही है। भारतीय सनातन संस्?कृति के दो पौराणिक केंद्र विशेश्वर और रामवेश्वर के मिलन के लिए काशी नगरी तैयार है। एक महीने तक चलने वाले काशी-तमिल संगमम में इस बार "एक भारत श्रेषठ भारत" की थीम है। इसी थीम पर काशी को भी सजाया जा रहा है। इस मौके पर उत्तर-दक्षिण की संस्कृतियों, परंपरा, खानपान और शैलियों का संगम तो होगा ही, तमिलनाडु के 12 प्रमुख मठों के महंतों को सम्मानित किया जाएगा। उक्त बातें भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कही। कन्नोज के सांसद एवं प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जब से केंद्र में सरकार बनी है तब से सांस्कृतिक पुनरुत्थान का कार्य हो रहा है। अयोध्या, केदारनाथ, काशी विश्वनाथ , महाकाल इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। काशी की बात करें तो पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में काशी की पौराणिकता को कायम रखते हुए विकास के जो मापदंड स्थापित किए, वह अभूतपूर्व है।भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि काशी तमिल संगमम में आने वाले अतिथि 12 ग्रुपो में आएंगे जिनके भव्य स्वागत से लेकर भ्रमण, दर्शन, पूजन आदि के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भव्य तैयारियां की है। संगमम में आने वाले अतिथियों का स्टेशन पर माल्यापर्ण किया जाएगा, पटका पहनाया जाएगा एवं उनके ऊपर गुलाब के पंखुरियों की वर्षा की जाएगी, स्टेशन पर उनके लिए हेल्प काउंटर बनाया जाएगा व चाय बिस्कुट आदि की व्यवस्था की जाएगी।